Move to Jagran APP

पीएनबी घोटाले के मास्‍टरमाइंड मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से लाने की कोशिश तेज

एंटीगुआ सरकार को भारतीय उच्चायोग ने लिखित तौर पर भी चोकसी के बारे में सूचना दी है कि उसे किसी भी तरीके से वहां से बाहर निकलने से रोका जाए।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 30 Jul 2018 12:47 PM (IST)Updated: Mon, 30 Jul 2018 12:47 PM (IST)
पीएनबी घोटाले के मास्‍टरमाइंड मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से लाने की कोशिश तेज
पीएनबी घोटाले के मास्‍टरमाइंड मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से लाने की कोशिश तेज

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारतीय बैंकों को अरबों रुपये का चूना लगा कर विदेश फरार उद्योगपति मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से लाने की कोशिशें सरकार ने तेज कर दी है। आज इस बारे में एंटीगुआ स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारी वहां के स्थानीय अधिकारियों से मिलेंगे और चोकसी के भारत प्रत्यार्पण का आधिकारिक तौर पर अनुरोध करेंगे। इसके साथ ही चोकसी के पीछे पड़ी भारतीय जांच एजेंसियों की तरफ से भी एंटीगुआ सरकार से इस संदर्भ में आग्रह किया जाएगा।

loksabha election banner

यह जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने दी। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि जैसे ही जार्जटाउन (एंटीगुआ व बारबाडोस की राजधानी) स्थिति भारतीय उच्चायोग को मेहुल चोकसी के वहां होने की सूचना मिली वहां के अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन को एलर्ट किया कि उसे पकड़ा जाए।

एंटीगुआ सरकार को भारतीय उच्चायोग ने लिखित तौर पर भी चोकसी के बारे में सूचना दी है कि उसे किसी भी तरीके से वहां से बाहर निकलने से रोका जाए। इस बारे में और बात करने के लिए भारतीय अधिकारियों की एंटीगुआ सरकार के अधिकारियों से आज बैठक भी हो रही है। साथ ही भारत सरकार की अन्य जांच एजेंसियां जो मेहुल चोकसी के पीछे पड़ी हुई हैं वे भी इस बारे में आवश्यक प्रस्ताव भेजने जा रही है।

विदेश मंत्रालय की इस सफाई के बावजूद यह स्पष्ट नहीं है कि भारत सरकार ने फरवरी, 2018 में जब चोकसी का पासपोर्ट रद किया है, तो उसके पहले वह एंटीगुआ का पासपोर्ट हासिल करने में कैसे सफल हो गया। इस बारे में भारत सरकार की तरफ से कार्रवाई की जा सकती है कि उसने पहले का भारतीय पासपोर्ट को वापस किये बगैर दूसरे देश का पासपोर्ट कैसे हासिल कर लिया।

गौरतलब है कि मेहुल चोकसी के पहले भारतीय बैंकों को 13 हजार करोड़ रुपये की चपत लगाने वाले एक अन्य उद्योगपति नीरव मोदी भी भारत से गायब होने के बाद किस किस देश में रहा उसे भारतीय जांच एजेंसियां पकड़ने में बिल्कुल नाकामयाब रही। जब ब्रिटेन के समाचार पत्रों में छपा कि नीरव मोदी ब्रिटेन में है तब जा कर भारत सरकार को उसकी भनक लगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.