पीएम मोदी को इमरान खान की ओर से दोस्ती के हाथ को कुबूल करना चाहिए : महबूबा
महबूबा ने कहा कि केंद्र को कश्मीर मसले के हल के लिए प्रयास करने चाहिए। इस सिलसिले में पाकिस्तान से दोस्ती जरूरी है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के संभावित प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से दोस्ती के हाथ को कुबूल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ गठजोड़ जहर का घूंट पीने के समान था, लेकिन उन्होंने कश्मीरियों की खातिर इसे पीया।
महबूबा शनिवार को शेर-ए-कश्मीर म्यूनिसिपल पार्क में पार्टी के 19वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में हुए पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। अपने संबोधन में वह कई बार भावुक हुईं और उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए। तीन वर्षो में यह पहला मौका था जब उन्होंने किसी सार्वजनिक सभा में भाजपा के साथ गठजोड़ के खिलाफ कोई बात की हो। महबूबा ने कहा कि मैंने दो साल के दौरान अत्यंत दबाव और तनाव में काम किया। उन्होंने 2016 के हिंसक प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कहा कि मैं खुद हालात से स्तब्ध रह गई थी। जब यहां किसी बच्चे पर पैलेट चलते थे तो मुझे लगता था कि जैसे मेरा जिस्म छलनी हो रहा है।
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहते हुए मैंने कभी कश्मीर, कश्मीरियों के हितों और अपने उसूलों से कोई समझौता नहीं किया। मैंने हमेशा कश्मीर में शांति और सुलह का माहौल बनाए रखने का हरसंभव प्रयास किया। हमारे ही प्रयासों से रमजान में संघर्षविराम का एलान हुआ। मैं जब भी प्रधानमंत्री से मिली तो उनसे हमेशा ही पाकिस्तान और हुर्रियत कांफ्रेंस से बातचीत की प्रक्रिया बहाल करने को कहा।
महबूबा ने कहा कि केंद्र को कश्मीर मसले के हल के लिए प्रयास करने चाहिए। इस सिलसिले में पाकिस्तान से दोस्ती जरूरी है। पाकिस्तान में नई सरकार बनने जा रही है। पाकिस्तान के संभावित प्रधानमंत्री इमरान खान ने हिंदोस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करती हूं कि वह इस पेशकश का सकारात्मक जवाब दें, दोस्ती के हाथ को थामें। इस उपमहाद्वीप की बेहतरी के लिए दोनों मुल्कों में दोस्ती जरूरी है। यह जम्मू-कश्मीर के अवाम के हक में है।