Manipur Politics: मणिपुर सरकार ने उप निरीक्षक का मुख्यमंत्री पुलिस पदक लिया वापस
राज्य सरकार ने उप निरीक्षक भेइशमयुम देबसन सिंह को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिया गया अवार्ड निरस्त कर दिया है और उसे वापस ले लिया है।
इंफाल, प्रेट्र। मणिपुर सरकार ने बहादुरी के लिए पुलिस उप निरीक्षक को दिया गया मुख्यमंत्री पुलिस पदक वापस ले लिया है। ऑल मणिपुर छात्र संघ (AMSU) ने आरोप लगाया है कि उप निरीक्षक को 2013 में मादक पदार्थ तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया था।
राज्य सरकार ने उप निरीक्षक भेइशमयुम देबसन सिंह को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिया गया अवार्ड निरस्त कर दिया है और उसे वापस ले लिया है। आइजीपी (गुप्तचर) राधाश्याम सिंह की अगुआई में समिति गठित कर मामले की जांच शुरू की गई है। गृह विभाग के संयुक्त सचिव रेहानुद्दीन चौधरी की ओर से जारी एक सरकारी बयान में इस आशय की जानकारी दी गई है।
बयान में कहा गया है कि इंफाल पूर्व जिले के उप निरीक्षक भेइशमयुम देबसन को अपने खिलाफ 2013 के मादक पदार्थ मामला छिपाने के लिए निलंबित किया गया है। राज्य सरकार ने इंफाल पूर्व के पुलिस अधीक्षक के रीडर निरीक्षक ई रोशन सिंह को अवार्ड की शुरुआती प्रक्रिया में चूक के लिए निलंबित किया है।
राज्य सरकार ने छात्र संगठन को उप निरीक्षक के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी मामले को ध्यान में लाने के लिए धन्यवाद दिया है। यह मामला काकचिंग थाने में 28 अप्रैल 2013 को दर्ज किया गया था।
हाल ही में बीरेन सिंह ने विधानसभा में हासिल किया था विश्वासमत
बता दें कि मणिपुर में पिछले कई दिनों से जारी राजनीतिक संकट खत्म हो गया। भाजपा के नेतृत्व वाली एन बीरेन सिंह सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया था। राज्य सरकार ने 28-16 के अंतर से विश्वास मत हासिल किया था। विधानसभा के एकदिवसीय सत्र में मैराथन बहस के बाद मुख्यमंत्री ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया था। मुख्यमंत्री की सधी सियासी चाल के चलते कांग्रेस के आठ विधायक विधानसभा की कार्यवाही में शामिल ही नहीं हुए। इसके बाद सरकार का विश्वास मत पाना महज एक औपचारिकता रह गई थी।