पीएम की सभा की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे विजयवर्गीय ने ममता पर साधा निशाना
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बागडोगरा आते ही ममता बनर्जी को निशाने पर लिया।
Mamata vs Pm: सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री व पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के धरने पर बैठने के मामले में तंज कसते हुए कहा कि अभी वे खुद सड़क पर आई हैं, लेकिन अब उन्हें बंगाल की जनता सड़क पर लाएगी। विजयवर्गीय आठ फरवरी को जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित रैली के तैयारियों का जायजा लेने जलपाईगुड़ी जाने के क्रम में बागडोगरा एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अलोकतांत्रिक रवैया अपना रही हैं, इसे देखते हुए मुझे नहीं लगता कि बंगाल की जनता इसे पसंद करेगी। चिटफंड घोटाले मामले में पूछताछ के लिए कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को सीबीआइ के सामने पेश होने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय है। यह लोकतंत्र की जीत है। उन सभी लोगों की जीत है, जिन्होंने अपना चिटफंड में अपना पैसा लगाया था।
विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी राज्य में हुए 40 हजार करोड़ रुपये के चिटफंड घोटाले के आरोपियों को जेल में डालती, पर उन्होंने तो उन आरोपियों के साथ ही खड़ी रही। उन्होंने आरोप लगाया कि चिटफंड घोटाले में चिटफंड कंपनी, अधिकारी व नेता तीनों के आपस में सबंध था। उन्होंने कहा कि जब तृणमूल नेताओं व कार्यकर्ताओं को सीबीआइ जेल में डल रही थी, तो ममता बनर्जी चुप रहती थी, जब एक अदना पुलिस अधिकारी को सीबीआइ सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाती है तो उसे नहीं भेजने के लिए ममता बनर्जी सीबीआइ के खिलाफ ही धरने बैठ जाती हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कम से कम उन चिटफंड पीडि़तों से भी मिल लेती, जो पिछले तीन महीने से पार्क होटल के पास धरना दे रहे हैं। भाजपा नेता ने ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें किसानों व गरीबों के लिए लड़ाई लड़ते देखा हैं, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद भ्रष्ट अधिकारियों के लिए लड़ते हुए देख रहा हूं। इस मौके पर भाजपा सिलीगुड़ी सांगठनिक जिला इकाई के अध्यक्ष अभिजीत रॉय चौधरी व भाजपा जिला उपाध्यक्ष सबिता देवी अग्रवाल समेत अन्य लोग उपस्थित थे।