NRC पर सरकार को घेरने की कवायद तेज, राहुल-सोनिया से मिलीं ममता बनर्जी
बैठक के बाद ममता ने कहा की हमने मौजूदी राजनीति और भविष्य में विपक्षी दलों के साथ में चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर बात की।
नई दिल्ली, जेएनएन। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता की कोशिशें और तेज होने लगी हैं। इसी सिलसिले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान ममता ने असम एनआरसी और विपक्षी एकजुटता जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक के बाद ममता ने कहा की हमने मौजूदी राजनीति और भविष्य में विपक्षी दलों के साथ में चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर बात की।
आडवाणी से भी मिलीं ममता
इससे पहले ममता बनर्जी ने संसद भवन पहुंचकर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। आडवाणी के अलावा ममता संसद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, समाजवादी पार्टी सांसद जया प्रदा, भाजपा नेता शत्रुघ्न सिंह और यशवंत सिन्हा से भी मिलीं। आडवाणी से मुलाकात के बाद ममता ने कहा कि वह भाजपा के वरिष्ठ नेता को काफी लंबे समय से जानती हैं। आज उनसे मिलकर उनका हालचाल जाना। आडवाणी जी से बातचीत कर काफी अच्छा लगा। यशवंत और शत्रुघ्न से हुई मुलाकात पर टिप्पणी करते हुए ममता ने कहा, 'मैंने यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा से अनुरोध किया है कि वे नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स की सच्चाई परखने के लिए एक टीम को असम भेजें।
ममता दीदी की सोनिया गांधी से यह मुलाकात फेडरल फ्रंट बनाने की कवायद का हिस्सा माना जा रहा है। माना जा रहा है कि ममता एनआरसी ड्राफ्ट पर भाजपा को घेरने के लिए विपक्षी दलों से सहयोग मांगेंगी। मंगलवार को राजधानी दिल्ली पहुंचीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान शरद पवार की बेटी और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं।
ममता बनर्जी पहले भी इसी तरह दिल्ली आकर विपक्ष के नेताओं से मुलाकात करती रही हैं। मंगलवार को उन्होंने एनआरसी के मुद्दे पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। राजनाथ से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा, 'मैंने गृह मंत्री से एनआरसी विधेयक में संशोधन करने या नया बिल लाने का आग्रह किया है। गृह मंत्री ने मुझे आश्वासन दिया है कि सरकार लोगों को परेशान नहीं करेगी।' साथ ही बताया कि उन्होंने बंगाल में एनआरसी लागू होने की रिपोर्ट के बारे में भी उनसे बात की और आगाह किया कि यदि ऐसा कुछ हुआ गृहयुद्ध हो सकता है।
खबरों की मानें तो ममता बनर्जी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी आज शाम मुलाकात कर सकती हैं। उनका कहना है कि आज आसाम में एनआरसी को लेकर जो कुछ हो रहा है। इसमें सिर्फ बंगाली लोग ही नहीं पिस रहे, इसमें अल्पसंख्यक, हिंदू, बिहारी सब लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कल की ही बात है जब 40 लाख से ज्यादा लोगों ने सत्तारूढ़ दल के लिए मतदान किया था और आज अचानक उन्हें अपने ही देश में रिफ्यूजी बना दिया गया है। गौरतलब है कि एनआरसी के फाइनल ड्राफ्ट में 40 लाख लोगों को शामिल नहीं किया गया है। अब इन लोगों के सिर पर नागरिकता की तलवार लटक रही है।