न माझी न रहबर, ये कैसा सफर?, कुछ ऐसे ही छोड़े मोदी ने विरोधियों पर तीर, भाषण की 10 बड़ी बातें
इस दौरान उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में विपक्षियों में खूब तंज कसे और राहुल गांधी पर भी इशारों-इशारों में तगड़े व्यंग्य बाण छोड़े।
नई दिल्ली [जेएनएन]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का करारा जवाब दिया। उन्होंने एक-एक करके विपक्ष के आरोपों का बड़े ही सधे हुए तरीके से जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में विपक्षियों में खूब तंज कसे और राहुल गांधी पर भी इशारों-इशारों में तगड़े व्यंग्य बाण छोड़े।
मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसते हुए यहां तक कहा कि कब तक बचपना करोगे। इस दौरान उन्होंने तंज कसते हुए पढ़ा, 'न माझी, न रहबर, न हक में हवाएं.. है कश्ती भी जर्जर, ये कैसा सफर है?' इसके अलावा भी पीएम मोदी ने कई बड़ी बातें अविश्वास प्रस्ताव के जवाब में बोलीं।
पीएम मोदी के भाषण की दस बड़ी बातें-
1- पीएम मोदी ने कहा कि यह सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं बल्कि विपक्ष का फ्लोर टेस्ट है। विपक्ष अपने कुनबे को बिखरने से रोकना चाहता है। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष को अपने साथियों की परीक्षा लेनी है तो कम से कम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तो न लेकर आएं। हम यहां सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद से आए हैं।
2- पीएम मोदी ने पिछले चार सालों में किए गए विकास कार्यों को सदन के समक्ष प्रस्तुत किया। पीएम ने बेटी-बढ़ाओ, बेटी पढ़ाओ, विद्युतीकरण योजना, यूरिया में नीम कोटिंग, एमएसपी बढ़ाने, जनधन खाता, और ऑनलाइन सेवाओं का विशेष उल्लेख किया।
3- उन्होंने कहा कि हमने टेक्नोलॉजी के उपयोग से भ्रष्टाचार को कम किया। हम शेल कंपनियों के खिलाफ काम कर रहे हैं। बेनामी संपत्ति कानून को लेकर विपक्ष पर तंज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वो कौन लोग थे जो इस कानून का विरोध कर रहे थे।
4- अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत के बढ़ते गौरव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को अपने पर विश्वास नहीं है इसलिए वह ईवीएम, चुनाव आयोग, योग दिवस, स्वच्छ भारत अभियान किसी पर विश्वास नहीं करते हैं।
5- उन्होंने डोकलाम पर बोलत हुए कहा कि जिस बात की जानकारी न हो उस पर बोलने से पहले उसे समझना चाहिए। पीएम ने कहा कि जब सारा देश डोकलाम को लेकर एक थी तब विपक्ष के लोग उनके साथ बैठे थे। कोई कहता था कि वो चीनी राजदूत से मिले कोई कहता था कि नहीं मिले। लेकिन, चीनी राजदूत की तरफ से आए प्रेस रिलीज से यह बात साफ हो गई की इनकी मुलाकात हुई थी।
6- राफेल डील पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह बचकानी हरकत है। हम देश की सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ कब तक करते रहेंगे। विपक्ष के बयान पर भारत और फ्रांस दोनों को बयान जारी करना पड़ा। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर हमें राजनीति करने से बचा जाए।
7- पीएम मोदी ने सेनाध्यक्ष पर की गई टिप्पणी पर भी विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक करने पर देश कभी मांफ नहीं करेगा। यह सेना को अपमानित करने का काम था। इसे हमें रोकना होगा।
8- पेट्रोलियम को जीएसटी से बाहर रखने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा नहीं बल्कि पिछली कांग्रेस सरकारों के द्वारा किया गया फैसला था। जिसे लेकर विपक्ष ने भी हंगामा किया।
9-बैंको में बढ़ते एनपीए पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि आजादी के बाद 60 सालों में बैंकों ने 18 लाख करोड़ रुपए का लोन दिया जबकि वर्ष 2008 से 2014 तक कांग्रेस ने 6 साल में 52 लाख का लोन बांटा। यह एनपीए का जंजाल भारत की बैंकिंग व्यवस्था के लिए एक बारूदी सुरंग है। लोग लोन को चुकाने के लिए लोन लेने लगे। हमने एनपीए की जांच के लिए नए मैकेनिज्म बनाए हैं। हमने 3 बड़े मामलों में 55 प्रतिशत की रिकवरी की है।
10- तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुद्दे पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इन दोनों राज्यों का विभाजन ही असमान हुआ है। फिर भी हम किसी भी राज्य के विकास में कोई कमी नहीं होने देगें। इसके लिए आंध्र प्रदेश के लिए स्पेशल पैकेज भी बनाया गया। टीडीपी ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए एनडीए से बाहर गई। पीएम ने कहा कि मैनें चंद्रबाबू नायडू से कहा था कि आप वाइएसआर के जाल में फंस रहे हैं लेकिन वह नहीं माने।