Maharashtra Politics: फडणवीस सरकार को टेंशन दे सकता है NCP का दावा, नवाब मलिक बोले- 53 विधायक हमारे साथ, अजित दें इस्तीफा
मलिक ने बताया पार्टी के 53 विधायक हमारे पास वापस आ गए हैं। एक और हमारे संपर्क में है।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में सरकार बनने के बाद से लापता बताए गए चार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दो विधायक सोमवार को मुंबई के हयात होटल पहुंच गए हैं। राकांपा नेताओं ने कहा कि दो विधायक - दौलत दारोगा और अनिल पाटिल गुड़गांव के एक होटल में ठहरे थे और रविवार देर रात राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष धीरज शर्मा और राष्ट्रवादी छात्र कांग्रेस की प्रमुख सोनिया दुहान के साथ मुंबई वापस आए।
पार्टी के नेताओं ने कहा कि एक अन्य विधायक नितिन पवार रविवार को ही मुंबई पहुंच गए थे, जबकि वर्तमान में राकांपा विधायक नरहरि जिरवाल दिल्ली में सुरक्षित स्थान पर हैं। लौटे विधायकों ने शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी को अपना समर्थन देने का वादा किया है, जिसने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में 54 सीटें जीती थीं।
53 विधायक शरद पवार के पास
इस बीच एनसीपी नेता नवाब मलिक ने एएनआई को बताया कि 53 विधायक शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी में वापस आ गए हैं। मलिक ने एएनआई को बताया, 'पार्टी के 53 विधायक हमारे पास वापस आ गए हैं।' हालांकि, पहले बयान आया था कि 52 विधायक साथ है और एक संपर्क में है। बता दें कि रविवार शाम को एनसीपी के सभी विधायकों को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए मुंबई के हयात होटल ले जाया गया था। लगभग एक महीने तक चली सरकार की अनिश्चितता के बाद, शनिवार की सुबह देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार दूसरी बार शपथ ली, जबकि अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
देवेंद्र फडणवीस के पास बहुमत नहीं
राकांपा नेता नवाब मलिक ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को यह महसूस करना चाहिए कि उनके पास बहुमत नहीं है। उन्हें एहसास होना चाहिए कि उनसे गलती हुई है। यदि वह इस्तीफा नहीं देते हैं, तो हम निश्चित रूप से सरकार को सदन के पटल पर पराजित करेंगे। वहीं, उन्होंने अजित पवार के बार में कहा कि उन्होंने गलती की है और जल्द इस्तीफा दे दें।
अजित पवार को हटाया
एनसीपी ने अजित पवार को अपने विधायक दल के नेता के रूप में हटा दिया। पार्टी प्रमुख ने कहा कि अजित का भाजपा के साथ गठबंधन करने का निर्णय पार्टी लाइन के खिलाफ था और जो भी विधायक उनके साथ गठबंधन करेगा, उसे दलबदल विरोधी कानून का सामना करना पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को महाराष्ट्र सरकार, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उनके डिप्टी अजित पवार और केंद्र को नोटिस जारी करते हुए 25 नवंबर को सुबह 10 बजे तक विधायकों के समर्थन के प्रासंगिक दस्तावेज और पत्र मांगे। बता दें कि महाराष्ट्र में हुए चुनाव में भाजपा को 105 सीटें मिली हैं और राज्य में बहुमत का आंकड़ा 145 का है। अब जब भाजपा ने NCP के समर्थन से महाराष्ट्र में सरकार बनाई ली है तो ऐसे में NCP का यह दावा उनकी टेंशन बढ़ा सकता है।