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Maharashtra political crisis: शिंदे ने किया 50 विधायकों के समर्थन का दावा, 37 ने डिप्टी स्पीकर को लिखा खत, राउत ने कहा- हम झुकेंगे नहीं

Maharashtra political crisis शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे 37 से अधिक पार्टी विधायकों के समर्थन मिलने का दावा कर दलबदल विरोधी कानून को भी चुनौती देने के लिए तैयार हैं। वहीं संजय राउत ने कहा कि अब हम बागियों को बताएंगे कि शिवसेना क्या है?

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Fri, 24 Jun 2022 01:40 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jun 2022 02:14 PM (IST)
Maharashtra political crisis: शिंदे ने किया 50 विधायकों के समर्थन का दावा, 37 ने डिप्टी स्पीकर को लिखा खत, राउत ने कहा- हम झुकेंगे नहीं
शिवसेना के नेता संजय राउत और बागी विधायक एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, एजेंसी। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनके साथ 50 विधायक हैं। इसमें 40 शिवसेना के हैं। एकनाथ शिंद साथी बागी विधायकों के साथ इस समय असम में मौजूद हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक एकनाथ शिंदे ने कहा कि लगभग 40 शिवसेना के विधायक साथ हैं। जिन्हें हम पर भरोसा है, वे हमारे साथ जुड़ेंगे। शिंदे ने यह भी कहा कि बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए उठाया गया कदम 'अवैध' है।

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उन्होंने कहा कि कल जो किया गया वह अवैध है, उनका कोई अधिकार नहीं है। हम बहुसंख्यक लोग हैं और लोकतंत्र में संख्या महत्वपूर्ण हैं। यह अवैध है, यहां तक ​​कि वे इस तरह का निलंबन भी नहीं कर सकते। हम इससे नहीं डरेंगे। बता दें कि सामने आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार शिंदे जरूरी 37 विधायकों की संख्या जुटा चुके हैं। इससे दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन किए बिना विधानसभा में पार्टी को विभाजित किया जा सकता है। खबरों के अनुसार कल तक शिंदे साथ शिवसेना के 37 विधायक और 9 निर्दलीय थे।

शिंदे ने डिप्टी स्पीकर को 37 विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी भेजी

महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने खुद को विधायक दल का नेता घोषित कर दिया है। उन्होंने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को एक चिट्ठी भेजी है, जिसमें उनके समर्थन में 37 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। वहीं शिंदे कैंप को अब तक 14 निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिल चुका है। 5 निर्दलीय विधायक गुरुवार देर रात मुंबई से सूरत पहुंचे और गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, 9 निर्दलीय विधायक राजकुमार पटेल, चंद्रकांत पाटिल, नरेंद्र भोंडेकर, किशोर जोर्गेवार, मंजुला गावित, विनोद अग्रवाल, गीता जैन, बच्चू कडू और राजेंद्र यडरावकर पहले से ही गुवाहाटी में मौजूद हैं।

संजय राउत ने कहा- हम झुकेंगे नहीं, विश्वासमत जीतकर दिखाएंगे

उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार, संजय राउत, अनिल देसाई और दिलीप वलसे पाटिल के बीच मीटिंग हुई है। मीटिंग के बाद राउत ने कहा कि बातचीत का वक्त खत्म हो गया है। अब हम बागियों को बताएंगे कि शिवसेना क्या है? उन्होंने कहा कि अब हम हार नहीं मानेंगे। संजय राउत ने आज कहा है कि हम नहीं झुकेंगे... हम विधानसभा में विश्वास मत जीतकर दिखाएंगे। अगर यह लड़ाई सड़कों पर लड़ी गई तो हम उसे भी जीतेंगे। जो चले गए उन्हें हमने वापस आने का मौका दिया, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। मैं उन्हें विधानसभा में फ्लोर पर आने की चुनौती देता हूं। महाविकास अघाड़ी सरकार बाकी 2.5 साल पूरे करेगी।

आइए जानते हैं पिछले तीन दिनों में क्या-क्या हुआ...

तीसरा दिन

महाराष्ट्र के सियासी घमासान का गुरुवार को तीसरा दिन था। देर शाम तक सामने आए एक वीडियो में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आखिरकार इशारों में बता ही दिया कि उनके पीछे कौन सी महाशक्ति काम कर रही है। उन्होंने समर्थक विधायकों से बताया कि जो कुछ भी सुख-दुख है, वह हम सभी का एक है। चाहे जो कुछ हो जाए, हम सब एकजुट हैं और वह भी हमारे अपने ही हैं। वे राष्ट्रीय पार्टी हैं। वे महाशक्ति हैं। इस बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बागियों को बड़ी कीमत चुकानी होगी। उधर, शिवसेना सांसद संजय राउत ने नाराज विधायकों को मनाने के लिए महा विकास अघाडी गठबंधन से अलग होने की बात कही। ​​बागी कैंप के सभी विधायकों ने उद्धव को एक चिट्ठी भी लिखी। चिट्ठी में लिखा कि शिवसेना विधायकों के लिए आपका दरवाजा हमेशा बंद रहता था। आप इन विधायकों की सुनते नहीं थे।

दूसरा दिन

सियासी उठापटक के बीच बुधवार को उद्धव ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया। उद्धव ने फेसबुक लाइव कर कहा- शिंदे मेरे से बात करें, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी के साथ ही शिवसेना अध्यक्ष का पद भी छोड़ दूंगा। वहीं शरद पवार ने उद्धव को सलाह दी कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही बना दो, पार्टी टूट से बच जाएगी। इधर, गुवाहाटी में बैठे शिंदे ने शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु को हटा दिया।

पहला दिन

मंगलवार को शिवसेना के करीब 14 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ सूरत पहुंच गए। यहां सभी विधायक होटल ला मैरेडियन में रुके। विधायकों के बगावत को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने दो दूत को समझौते के लिए भेजा। वहीं शरद पवार ने कहा कि शिवसेना का यह इंटरनल मैटर है। एक विधायक नितिन देशमुख की पत्नी ने अकोला थाने में पति के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।


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