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Maharashtra Political Crisis: ज्योतिरादित्य सिंधिया का महाविकास आघाडी पर तंज, कहा- नहीं संभल रही सरकार तो पीछे हटे

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी में दरार आज की नहीं है यह गठनबंधन के समय की है। अगर आघाडी से सरकार नहीं संभल रही तो उसे पीछे हट जाना चाहिए ताकि महाराष्ट्र को स्थिर सरकार मिल सके।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 21 Jun 2022 09:34 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jun 2022 09:34 PM (IST)
Maharashtra Political Crisis: ज्योतिरादित्य सिंधिया का महाविकास आघाडी पर तंज, कहा- नहीं संभल रही सरकार तो पीछे हटे
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाराष्ट्र की राजनीति पर तंज कसा (फाइल फोटो)

ग्वालियर, जेएनएन। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में भाजपा के संभागीय मीडिया सेंटर के शुभारंभ अवसर पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी में दरार आज की नहीं है, यह गठनबंधन के समय की है। अगर आघाडी से सरकार नहीं संभल रही तो उसे पीछे हट जाना चाहिए, ताकि महाराष्ट्र को स्थिर सरकार मिल सके।

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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने से वहां फिर से शिवराज सिंह चौहान की सरकार बन सकी थी। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि वहां तीनों दल एक मत नहीं हैं, क्योंकि इनके सिद्धांत और विचारधारा के साथ अपने-अपने स्वार्थ भी हैं। प्रदेश का विकास करने का सोच नहीं है, इसलिए इनके बीच द्वंद्व स्वाभाविक है। राज्यसभा के चुनाव से ही इनके बीच बौखलाहट है, जो विधान परिषद के चुनाव के बाद से सड़कों पर आ गई है। उन्होंने कहा कि हमारे नेता देवेंद्र फडणवीस की तारीफ शरद पवार ने स्वयं की है।

महाराष्ट्र में होगा सत्ता परिवर्तन, भाजपा बनाएगी सरकार: अठावले

महाराष्ट्र में जल्द ही सत्ता परिवर्तन होने वाला है। शिवसेना के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 35 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। भाजपा वहां सरकार बनाने जा रही है। मंगलवार को कानपुर सर्किट हाउस में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने पत्रकार वार्ता में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल में महाराष्ट्र में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ। 2019 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला, लेकिन भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर आई थी।

उद्धव मुख्यमंत्री पद की जिद पर अड़े थे, जबकि भाजपा ने ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया था। सत्ता में बराबर भागीदारी की बात तय हुई थी। बावजूद इसके उद्धव ठाकरे ने एनसीपी से गठजोड़ कर लिया। उसका नतीजा यह निकला कि शिवसेना के विधायक नाराज हो गए। ढाई साल विवाद में बीता। अब नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 35 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं।

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आज संगठन के कार्यकर्ताओं की सम्मानित उपस्थिति में पार्टी के ग्वालियर-चम्बल संभाग के मीडिया सेंटर का उद्घाटन किया। संगठन की असली शक्ति कार्यकर्ताओं में ही निहित है और वही हमारी ताक़त है। इस अवसर पर सर्वश्री @pradhumangwl जी, कमल माखीजानी जी, वेदप्रकाश जी, जयभान सिंह पवैया जी, अनूप मिश्रा जी और महापौर प्रत्याशी श्रीमती सुमन शर्मा जी की भी उपस्थिति रही।

View attached media content - Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) 21 June 2022


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