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भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, कल दिया था कांग्रेस से इस्तीफा

मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 02:52 PM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2020 02:52 PM (IST)
भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, कल दिया था कांग्रेस से इस्तीफा

नई दिल्ली, एजेंसियां। मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी के मुख्यालय पर सदस्यता ग्रहण की। मंगलवार की सुबह सिंधिया अमित शाह के साथ पीएम मोदी के आवास पर पहुंचे। इसके कुछ देर बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार सिंधिया आज दोपहर 12.30 बजे भाजपा में शामिल होने वाले थे,लेकिन कुछ कारण से इसमें देरी हो गई। 

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सिंधिया के अलावा मंगलवार को उनके गुट के 19 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया। इसमें छह मंत्री शामिल हैं। ये सभी लोग बेंगलुरु में मौजूद हैं। इसके बाद कुछ और विधायकों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। कुल 22 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। इससे मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार संकट में आ गई है। हालांकि, कांग्रेस ने कहा है कि उसके सरकार को खतरा नहीं है। 

बेंगलुरु में मौजूद विधायक बताए जा रहे सिंधिया से नाराज

समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार बेंगलुरु में मौजूद 8-9 विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराज बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि वह फिर चुनाव नहीं लड़ना चाहते। कांग्रेस डीके शिवकुमार को विधायकों को वापस लाने की जिम्मेदारी दी है। दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि 19 में 13 विधायक सिंधिया से नाराज हैं। वह वापस कांग्रेस में वापस आना चाहते हैं। 

मध्य प्रदेश में रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू

इसी बीच मध्य प्रदेश में रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। कांग्रेस अपने विधायकों को खरीदफरोख्त से बचाने के लिए जयपुर ले गई है। वहीं भाजपा अपने विधायकों को गुरुग्राम के आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में लेकर आई है। 

सिंधिया को दरकिनार नहीं किया गया- दिग्विजय

सिंधिया की इस कदम को लेकर कांग्रेस उनकी काफी आलोचना कर रही है। दिग्विजय सिंह सुबह ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश में खासकर ग्वालियर चंबल इलाके में पिछले 16 महीने में कोई भी बगैर सिंधिया के जानकारी के कोई फैसला नहीं लिया गया। उनको दरकिनार करने की बात गलत है। इसे लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बुधवार को उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में एक बर्थ सहित प्रमुख पदों के बार में याद दिलाई जो कांग्रेस में रहने के दौरान पिछले 18 सालों में उन्हें मिला।


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