मध्य प्रदेश में आई बाढ़ पर सियासत, कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बोला हमला
शिवराज सिंह चौहान बाढ़ प्रभावित इलाकों को दौरा कर रहे हैं और सभी प्रकार की मदद पहुंचाने में जुटे हुए हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमनलाथ मुश्किल की घड़ी में राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश में आई भारी बारिश के चलते प्रदेश बाढ़ से ग्रस्त है। नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जगह-जगह फंसे लोगों को बचाने के लिए कार्य चल रहा है। लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाढ़ प्रभावित इलाकों को दौरा कर रहे हैं और सभी प्रकार की मदद पहुंचाने में जुटे हुए हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमनलाथ मुश्किल की घड़ी में राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बाढ़ का राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने शिवराज सिंह चौहान पर करारा हमला बोला है।
There's no benefit from drama of showmanship. I urge CM to come forward and provide details on time and statistics of flood management. They do not care. The Met Dept announces details about rainfall early. The govt should've alerted everyone: Former Madhya Pradesh CM Kamal Nath pic.twitter.com/nj41x6m7oO
— ANI (@ANI) August 7, 2021
कमलनाथ बोले- मदद का दिखावा करने का कोई फायदा नहीं
उन्होंने कहां,' मौजूदा मुख्यमंत्री द्वारा लोगों की मदद का दिखावा करने से कोई फायदा नहीं है। मैं सीएम से आग्रह करता हूं कि वे आगे आएं। साथ ही बाढ़ प्रबंधन के समय और आंकड़ों पर विवरण दें क्योंकि उन्हें कोई परवाह नहीं है। मौसम विभाग की तरफ से लगातार भारी बारिश का अलर्ट दिया जा रहा है। सरकार को सभी को सर्तक करना चाहिए।
मध्य प्रदेश मे बाढ़ के चलते मची तबाही
बता दें कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में पिछले तीन दिनों तक कहर बरपाने वाली बाढ़ में कई जिंदगियां भी समा चुकी हैं। यहां पर जैसे-जैसे बाढ़ का पानी उतर रहा है, बर्बादी का मंजर सामने आ रहा है। इस बाढ़ में अब तक प्रशासन ने 20 लोगों की मौत की पुष्टि भी कर दी है। इनमें शिवपुरी में 11, श्योपुर में छह और मुरैना में तीन लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही भिंड और दतिया में भी बाढ़ के कारण हुई मौतों की जानकारी जुटाई जा रही है। लगातार हो रही बारिश से विदिशा, गुना और अशोकनगर जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। गुना जिले में नदी-नालों की बाढ़ में 290 गांव घिर गए हैं। यहां सोडा गांव के 300 लोग बाढ़ से प्रभावित है।