मध्यप्रदेश कांग्रेस ने वापस लिया सोशल मीडिया वाली शर्तों का फरमान, नेताओं में खुशी
मध्यप्रदेश में कांग्रेस कमेटी ने टिकट दावेदारों के लिए सोशल मीडिया से संबंधित फरमान वापस ले लिया गया है।
नई दिल्ली [एजेंसी]। मध्यप्रदेश में कांग्रेस कमेटी ने टिकट दावेदारों के लिए सोशल मीडिया से संबंधित फरमान वापस ले लिया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस ने टिकट के दावेदारों और उम्मीदवारों के लिए कुछ शर्तें रखी थीं।
प्रदेश कांग्रेस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि चुनाव में टिकट उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जो सोशल मीडिया में एक्टिव हैं। कांग्रेस ने कहा था कि राज्य के सभी पदाधिकारियों और टिकट के दावेदारों का सोशल मीडिया पर होना अनिवार्य है।
ये रखी थीं शर्तें
सोशल मीडिया पर भाजपा और कांग्रेस में टक्कर
बता दें कि मध्य प्रदेश चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए सोशल मीडिया अहम योगदान निभा सकता है। इसलिए भाजपा और कांग्रेस इस दोनों ही सोशल मीडिया पर अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटी हुई है।
भाजपा की राज्य सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेल प्रभारी शिवराज सिंह दबी ने कहा था कि पार्टी ने 65,000 'साइबर योद्धाओं' को तैनात किया है, जबकि कांग्रेस ने इसके खिलाफ लड़ाई के लिए लगभग 4,000 'राजीव के सिपाही' नाम की एक टीम को मैदान में उतारा है। कांग्रेस और भाजपा का दावा है कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल के माध्यम से, वे राज्य चुनावों में अपने प्रतिद्वंद्वियों के गलतफहमी और झूठे प्रचार को दूर करने की कोशिश करेंगे।
अब आदेश लिया वापस
2 सितंबर को जारी इस आदेश को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अब वापस ले लिया है। माना जा रहा है कि इन शर्तों के चलते पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही थी।