संसद में पोस्टर नहीं लहराने का होगा प्रबंध, लोकसभा अध्यक्ष ने जताई आपत्ति
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में प्लेकार्ड और पोस्टर लाने पर आपत्ति जताई।अोम बिरला ने कहा कि सदन में हो इस पर चर्चा होनी चाहिए। विरोध होने पर सदस्य पर कार्रवाई हो।
नई दिल्ली, प्रेट्र । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद सदस्यों के सदन में प्लेकार्ड और पोस्टर लाने और लहराने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सदन में इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि संसदीय कार्यवाही के दौरान ऐसी चीजें न लाई जाएं और ना ही दिखाई जाएं।
सोमवार को सदन के अंदर 'इंस्टीट्यूट ऑफ टीचिंग एंड रीसर्च इन आयुर्वेद बिल, 2020' पर बोलने के लिए तृणमूल कांग्रेस सदस्य सौगत रॉय जैसे ही उठे, पश्चिम बंगाल के भाजपा सदस्यों ने पोस्टर दिखाने शुरू कर दिए। इन पर 'पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र को बचाएं ' लिखा था। इस बात से नाराज होकर बिरला ने कहा कि लोकसभा में इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि सदन में पोस्टर लाने की अनुमति हो या नहीं।
अगर इसे लाने की अनुमति नहीं दी जाती है और उसके बाद भी कोई इसे सदन में लाता है तो उस सदस्य पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उसके बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी से इस विषय में उनके विचार पूछे। इस मुद्दे पर कोई मतैक्य नहीं हुआ। जबकि संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी और रॉय ने सदन के अंदर पोस्टर नहीं लाए जाने पर सहमति जताई।
बता दें कि संसद में आए दिन विरोध होने के पर कभी पक्ष तो कभी विपक्ष के सदस्यों की अोर से स्लोगन व पोस्टर लहराया जाता है। संसद की कार्यवाही बाधित करने का प्रयास भी किया जाता है। इससे जहां संसद की कार्यवाही सुचारु रूप से नहीं चल पाती वहीं किसी विशेष मुद्दे पर सदस्य अपना विचार भी नहीं रख पाते। सासंदों के इस व्यवहार से लोकसभा स्पीकर अोम बिरला काफी नाराज हैं। उन्होंने इस तरह के व्यवहार को पूर्ण रूप से बंद होनी चाहिए।