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प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में लोकपाल चयन समिति की बैठक आज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली लोकपाल चयन समिति की आज बैठक होगी।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 12:24 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 12:24 PM (IST)
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में लोकपाल चयन समिति की बैठक आज
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में लोकपाल चयन समिति की बैठक आज

नई दिल्ली (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली लोकपाल चयन समिति की आज बैठक होगी। जिसमें लोकपाल और उसके सदस्यों की नियुक्ति को लेकर नामों की सिफारिश के लिए एक तलाश (सर्च) समिति गठित की जाएगी।

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क्या करेगी चयन और सर्च कमेटी?
तलाश समिति अपनी प्रक्रिया निर्धारित करेगी और इसके बाद चयन समिति एक समय सीमा निर्धारित करेगी। जिसके भीतर उसे लोकपाल के अध्यक्ष और सदस्यों के नामों की सिफारिश करनी होगी। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति में प्रधान न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता और प्रमुख विधिवेत्ता (लॉ मेकर) शामिल हैं। इन सबको तलाश (सर्च) समिति के लिए कम से कम सात लोगों को नामित करना होगा। इसके बाद तलाश समिति सेलेक्शन की प्रक्रिया निर्धारित करेगी, जिसके बाद चयन समिति उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करेगी।

बता दें कि बुधवार को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट हलफनामा दायर कर 19 जुलाई को चयन समीति की बैठक होने की जानकारी दी थी। 

अभी कोई सर्च कमेटी नहीं बनी
केंद्र ने हलफनामे में बताया कि अभी कोई सर्च कमेटी ही नहीं है। इसलिए लोकपाल की नियुक्ति में कोई तय समयसीमा नहीं बताई जा सकती है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने 10 दिन में हलफनामा दायर कर केंद्र से लोकपाल की नियुक्ति के लिए लगने वाले समय और उठाए जा रहे कदमों की जानकारी मांगी है।

आज तक लटकी लोकपाल की नियुक्ति
गौरतलब है कि संसद में कानून बनने के बावजूद अभी तक लोकपाल की नियुक्ति नहीं हुई है। सुप्रीम कोर्ट के बार-बार निर्देश देने के बावजूद लोकपाल गठन टलता रहा है। संप्रग सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान लोकपाल और लोकायुक्त बनाने की मांग केंद्र में रही।

आखिरकार अन्ना हजारे के दबाव में संसद में इसे बनाने का कानून बन भी गया। लेकिन साढ़े चार साल बाद भी लोकपाल की संस्था वजूद में नहीं आ पाई है। भ्रष्टाचार और कालेधन पर लगाम लगाने में मोदी सरकार ने जो तत्परता दिखाई, वो लोकपाल के मामले में नहीं दिखी। पहले तो कहा गया कि लोकपाल के चयन के लिए नेता प्रतिपक्ष की जरूरत है, जो मौजूदा सरकार में नहीं है। इसीलिए लोकपाल के गठन में दिक्कत आ रही है।

बाद में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि लोकसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी यानी कांग्रेस के सदन में नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को नेता प्रतिपक्ष मानते हुए लोकपाल के गठन की प्रक्रिया पूरी की जाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद एक बार लोकपाल के चयन समिति की बैठक भी बुलाई गई, लेकिन किन्हीं कारणों से वह नहीं हो पाई।

बैठक में शामिल नहीं होंगे खड़गे
इस बीच कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बैठक में शामिल होने से इन्कार कर दिया है। खड़गे ने प्रधानमंत्री को लिखा है, 'मैं 19 जुलाई को चयन समिति की बैठक में शामिल नहीं हो पाऊंगा। जब तक कि सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता को लोकपाल अधिनियम, 2013 में पूर्ण सदस्य की स्थिति प्रदान नहीं की जाएगी।'


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