साध्वी प्रज्ञा को मिले पत्र में पुलवामा और मुंबई जैसे हमले करने की धमकी
भोपाल की भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को धमकी भरा पत्र किसी अंसार उल मुसलमीन नाम के संगठन ने भेजा है।
भोपाल, जेएनएन। भोपाल की भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को धमकी भरा पत्र किसी अंसार उल मुसलमीन नाम के संगठन ने भेजा है। पुणे से आए इस पत्र में इसी संगठन ने सांसद प्रज्ञा को जान से मारने की धमकी दी थी। पत्र में साध्वी प्रज्ञा को मारने के साथ ही पुलवामा और 2008 के मुंबई जैसे हमले दोहराने की भी धमकी दी गई है।
अंसार उल मुसलमीन नाम के संगठन की तरफ से पुणे से आया पत्र
पत्र की शुरुआत में ही लिखा है कि हम कहां से हैं, क्या करते हैं, हमारे बारे में किसी को पता नहीं चलेगा। पत्र में लिखा है कि अंसार उल मुसलमीन के साथ इस काम के लिए नईम अंसारी, तैयबा अंसारी, विलायत हुसैन, सैयद शर्फ व अन्य भी शामिल हो गए हैं। पत्र में लिखा है कि हम हिंदुस्तान की पुलिस से नहीं डरते। फारक भाई का नाम लेकर बताया गया कि उनकी पहुंच सीरिया, दुबई और पाकिस्तान तक है। हमारे साथ रहमान सिद्दीकी, शकील अहमद हैं। पाकिस्तान से यह हुक्म हुआ है।
सांसद की सुरक्षा बढ़ाई गई, पत्र और पाउडर को भेजा गया लैब
उधर, पुलिस ने सांसद की सुरक्षा में इजाफा कर दिया है। उनके घर आने जाने वाले हर व्यक्ति की रजिस्टर में एंट्री की जा रही है। एएसपी अखिल पटेल ने बताया कि पत्र और पाउडर को जांच के लिए सागर स्थित फोरेंसिक लैब भेजा गया है। गौरतलब है कि भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जान से मारने की धमकी वाला पत्र और रासायनिक पदार्थ पुणे से भेजा गया है। यह पत्र उर्दू भाषा में लिखा गया है। लिफाफे पर भेजने वाले का पता स्वामी रामचंद्र अय्यर, शिवाजी चौक, खोद की बाजार, खड़की, जिला-पुणे लिखा हुआ था, लेकिन अंदर के पत्र में उल्लेखित नाम अलग हैं।
हेमंत करकरे और महात्मा गांधी को बताया देशभक्त
पत्र में कहा गया है कि साध्वी प्रज्ञा ने हेमंत करकरे और महात्मा गांधी जैसे देशभक्त का अपमान किया है। पत्र में अंसार उल मुसलमीन की ओर से कहा गया है कि इस काम के लिए मुझे मां का हुक्म मिला है और उन्हीं की वजह से मैं नेक रास्ते पर हूं।
भोपाल के एएसपी अखिल पटेल ने बताया कि एक टीम उस स्थान पर भेजी जा रही है, जहां से पत्र आया है। भोपाल के कमला नगर और टीटीनगर के चुनिंदा पुलिस कर्मियों की एक टीम बना दी गई है, जिसे जांच का जिम्मा सौंपा गया है। टीम जानकारी जुटाएगी कि आखिरकार यह पत्र किसने भेजा है।