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यंग इंडियन मामले पर कानून मंत्री बोले, गांधी परिवार में राजनीति के साथ खूब फला कारोबार

कानून मंत्री रविशंकर ने कहा कि यह साफ हो गया है कि गांधी परिवार में कारोबार साथ-साथ चलता है और इसे राजनीति का कलेवर दे दिया जाता है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 09:08 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 09:12 PM (IST)
यंग इंडियन मामले पर कानून मंत्री बोले, गांधी परिवार में राजनीति के साथ खूब फला कारोबार
यंग इंडियन मामले पर कानून मंत्री बोले, गांधी परिवार में राजनीति के साथ खूब फला कारोबार

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यंग इंडियन के मामले में इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल के फैसले के बाद भाजपा फिर से गांधी परिवार के घोटाले को लेकर हमलावर हो गई है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ट्रिब्यूनल ने साफ कहा है कि यंग इंडियन के पंजीकरण के समय तथ्यों को न केवल तोड़ा मरोड़ा गया है बल्कि तथ्यों को दबाया भी गया है और धोखाधड़ी की गई है। इस तरह गांधी परिवार ने गलत तरीके से लगभग 2,000 करोड़ की संपत्ति पर कब्जा कर लिया है। रविशंकर ने कहा कि यह साफ हो गया है कि गांधी परिवार में कारोबार साथ-साथ चलता है और इसे राजनीति का कलेवर दे दिया जाता है।

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दरअसल, शुक्रवार को ट्रिब्यूनल ने एक फैसला दिया था, जिसमें गांधी परिवार के आवेदन को ठुकरा दिया गया था और कहा गया था कि यंग इंडियन चैरिटेबल ट्रस्ट नहीं है। लिहाजा उसे टैक्स देना होगा।

यंग इंडियन की नींव धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार पर

रविशंकर ने याद दिलाया कि यंग इंडियन की नींव धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार पर पड़ी थी। नेशनल हेराल्ड को 90 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया और दो साल बाद यंग इंडियन के नाम से कंपनी की शुरुआत कर पूरा नेशनल हेराल्ड उसे बेच दिया गया। इस कंपनी में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत मोतीलाल वोरा, सुमन दुबे, ऑस्कर फर्नाडिस जैसे कांग्रेस के कई नेता निदेशक थे। यंग इंडियन ने इस अधिग्रहण के लिए केवल 50 लाख रुपये दिए थे।

गांधी परिवार के पास दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति

यानी मात्र 50 लाख रुपये में गांधी परिवार के हाथ में लगभग दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति आ गई। यह संपत्ति जवाहरलाल नेहरू के वक्त में नेशनल हेराल्ड को सरकार की ओर से दी गई थी। बात इतने पर नहीं रुकी और गांधी परिवार ने इसे चैरिटेबल ट्रस्ट बताकर आयकर बचाने की भी कोशिश की, जिसे ट्रिब्यूनल ने ठुकरा दिया है।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गांधी परिवार में पहले वाड्रा मॉडल था, जिसमें प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा ने कुछ लाख लगाकर कुछ ही दिनों में करोड़ों की संपत्ति बना ली थी। वहीं सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने फैमिली बिजनेस का मॉडल दिखाया है, जिसमें 50 लाख लगाकर 2,000 करोड़ की संपत्ति बना ली गई है। रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस की परतें खुलती ही जा रही हैं। लेकिन वह अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए दूसरों पर अंगुली उठाती है। राफेल के मामल में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है। अब राहुल को अपने भ्रष्टाचार के बारे में बताना चाहिए।


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