Koo Studio- जानें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की हलचल का सटीक विश्लेषण
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले अबतक की चुनावी हलचल पर चर्चा करते हुए प्रत्यूष रंजन ने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर राजनीतिक घटनाओं का विश्लेषण किया। साथ ही राजनेताओं द्वारा अपनाई गई चुनावी रणनीति पर भी चर्चा की।
पिछले कई दिनों से पूरे देश में राजनीतिक हलचल काफी तेज रही है। देश के पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर व उत्तराखंड में हो रहे विधानसभा चुनावों पर न सिर्फ इन राज्यों की जनता, बल्कि पूरे देश के नागरिकों की नजर है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों को बेहद अहम माना जा रहा है। सात चरणों में हो रहे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के पांच चरणों की वोटिंग हो चुकी है व छठें और सातवें चरण की वोटिंग क्रमशः 3 मार्च व 7 मार्च को होगी। इस पूरे चुनाव को बेहतर तरीके से समझने के लिए Koo Studio के खास प्रोग्राम चुनावी हलचल पर राजनीतिक विशेषज्ञों द्वारा सटीक विश्लेषण किया जा रहा है। इसी क्रम में इसके पहले एपिसोड में Jagran New Media के एग्जक्यूटिव एडिटर Pratyush Ranjan ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों का खास विश्लेषण किया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले अबतक की चुनावी हलचल पर चर्चा करते हुए प्रत्यूष रंजन ने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर राजनीतिक घटनाओं का विश्लेषण किया। साथ ही राजनेताओं द्वारा अपनाई गई चुनावी रणनीति पर भी चर्चा की। बता दें कि छठें चरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विधानसभा सीट पर भी मतदान होना है। साथ ही आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद भी योगी आदित्यनाथ के सामने मैदान में हैं। ऐसे में यह चरण उत्तर प्रदेश विधानसभा की दृष्टि से भी बेहद खास है। बता दें कि छठें चरण में 10 जिलों की 56 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।
छठें चरण के लिए विभिन्न राजनेताओं ने चुनाव प्रचार किया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलिया व महाराजगंज में जनसभाएं की। साथ ही प्रियंका गांधी ने बलिया, देवरिया व अन्य जिलों में जनसंपर्क यात्राएं की। अखिलेश यादव ने अम्बेडकर नगर, संत कबीर नगर व बस्ती में जनसभाएं की तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गृहक्षेत्र गोरखपुर में जनसभाएं की।
आगे बढ़ते हुए इस शो में कई महत्वपूर्ण Koo का भी विश्लेषण किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से योगी आदित्यनाथ व चंद्रशेखर आजाद के Koo पर विस्तार से चर्चा किया गया। चंद्रशेखर आजाद अपनी हर रैली में भारी भीड़ इकट्ठा करते हैं लेकिन भारी भीड़ होना सीट जीतने में सहायता नहीं करता है। क्योंकि लोग रैलियों में जाकर अपने मत का निर्णय नहीं लेते।
इसके अतिरिक्त Pratyush ने आम नागरिकों के Koo पर भी अपनी टिप्पणी की। श्वेता भंडारी के Koo पर टिप्पणी करते हुए इन्होंने कहा, 'कोई भी पार्टी वर्तमान सत्ता के समक्ष विकल्प नहीं खड़ा कर रही है। वो ये नहीं बता पा रहे कि जनता उन्हें वोट क्यों दे? श्वेता भंडारी का Koo सभी राजनेताओं के लिए बेहद जरूरी है।'
इसके अतिरिक्त इस एपिसोड में और भी कई महत्वपूर्ण राजनीतिक बिंदुओं पर चर्चा की गई। जिसे आप यहां पर देख सकते हैं-
https://www.youtube.com/watch?v=UacKmSrKWfY
साथ ही विभिन्न राज्यों के चुनावी हलचल का सटीक विश्लेषण देखने के लिए @dainikjagran को Koo ऐप पर फॉलो करें।