Koo Studio- चुनावी हलचल: विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल का सटीक विश्लेषण
आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के बाद परिणाम से पहले हर पार्टी मानती है कि वह जीत रही है चाहे एग्जिट पोल कुछ भी कहे। हालांकि एक्सपर्ट मानते हैं एग्जिट पोल में कुछ सीटों का हेरफेर हो सकता है लेकिन जो दिखाया गया है वह तकरीबन सच होता है।
भारत की राजनीति में उत्तर प्रदेश का महत्व बहुत ज्यादा है। कहते हैं कि यहां के विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी ने सरकार बना ली है तो उसका केंद्र की सरकार में भी दबदबा रहता है। पांच राज्यों के चुनाव में सभी पार्टियों के लिए उत्तर प्रदेश का चुनाव काफी अहम था। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। इस चुनाव में स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दे भी उठाए गए। जहां एक तरफ राज्य की योगी सरकार ने कानून व्यवस्था को ठीक करने का दावा किया और विकास की बात की, तो वहीं विपक्षी पार्टियों ने बेरोजगारी, महंगाई और स्वास्थ्य सुविधाओं के मुद्दे उठाकर राज्य सरकार को घेरा।
2022 विधानसभा चुनाव का मतदान खत्म हो चुका है और अब इंतजार है 10 मार्च को परिणाम का। लेकिन इससे पहले एग्जिट पोल ने राजनीतिक दलों में खलबली पैदा कर दी है। बता दें कि सभी तरह के एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है। इससे यह पता चलता है कि भाजपा ने राज्य में जो प्रयोग किया था, उसमें वह कामयाब रहे हैं। हालांकि, एग्जिट पोल के दावों पर कई तरह के सवाल भी उठाए जाते रहे हैं। आज के Koo Studio चुनावी हलचल में देखिए एग्जिट पोल की सच्चाई और इसके मायने। साथ ही, इस कार्यक्रम में विधानसभा चुनाव 2022 का विस्तार से विश्लेषण किया गया है। इस कार्यक्रम में jagran.com के ऑनलाइन एडिटर Kamlesh Raghuvanshi और Jagran New Media के एग्जक्यूटिव एडिटर और चुनावी विशेषज्ञ Pratyush Ranjan ने भाग लिया है।
आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के बाद और परिणाम से पहले हर पार्टी मानती है कि वह जीत रही है, चाहे एग्जिट पोल कुछ भी कहे। हालांकि, एक्सपर्ट मानते हैं एग्जिट पोल में कुछ सीटों का हेर-फेर हो सकता है, लेकिन जो दिखाया गया है वह तकरीबन सच होता है। वैसे अगर हम पीछे बंगाल और बिहार विधानसभा चुनाव की बात करें, तो एग्जिट पोल के दावे की पोल खुल जाती है। इस बार का एग्जिट पोल कितना सच है और कितना झूठ, यह 10 मार्च को पता चल जाएगा।
पांच राज्यों के इस चुनाव में राजनेता से लेकर आम जनता तक क्या कुछ कह रहे हैं। इसे जानने के लिए आइए कुछ Koo पोस्ट पर नजर डालते हैं।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता डॉ. दिनेश शर्मा राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने को लेकर आसावान हैं। और सपा, बसपा और कांग्रेस को सत्ता से कोसो दूर बताया। साथ में इन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के नतीजे के बाद ईवीएम पर दोष मढ़े जाएंगे।
यूपी में जनता ने चुनाव लड़ा हैं। सरकार की उपलब्धियां घर—घर पहुंची है। मैं भविष्यवाणी नहीं करता, मगर हमारी सीटों का रिकॉर्ड होगा।सपा, बसपा, कांग्रेस हमसे बहुत दूर हैं।विपक्ष के हारने की जब संभावना होती है तो नए—नए बहाने ढूंढ़ते हैं। पहले ईवीएम फिर चुनाव आयोग और प्रशासन और सबके बाद में जनता को दोष देंगे। यह पुराना हथकंडा है। हार से पहले विपक्ष की इस प्रकार की प्रतिक्रिया आना स्वाभाविक है। - Dr Dinesh Sharma BJP (@drdineshbjp) 7 Mar 2022
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत अपनी और अपनी पार्टी की जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। हालांकि, बीते 5 साल में जिस तरह की चुनौतियों का उन्हें सामना करना पड़ा, वो चीज उनके Koo पोस्ट में साफ तौर पर देखी जा सकती है।
View attached media content - Harish Rawat (@harishrawatcmuk) 7 Mar 2022
एक आम यूजर ने एग्जिट पोल को राजनीतिक तापमान से जोड़कर देखा है। उन्होंने परिणाम पर भरोसा करने की बात कही है।
#koostudioonjagran एग्जिट पोल तो बस राजनीति का तापमान बढाएंगे असली नतीजे तो 10 मार्च को ही आएंगे - Nidhi (@_nidhi_) 8 Mar 2022
इसके अतिरिक्त और भी कई लोगों ने माइक्रो ब्लॉगिंग ऐप Koo पर उत्तर प्रदेश चुनाव पर अपनी बात की है। साथ ही, Koo Studio के इस खास शो में और भी कई महत्वपूर्ण राजनीतिक बिंदुओं पर चर्चा की गई है। जिसे आप यहां पर देख सकते हैं-
आप विभिन्न राज्यों के चुनावी हलचल का सटीक विश्लेषण देखने के लिए @dainikjagran को Koo ऐप पर फॉलो करें।