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Amit Shah को Narendra Modi Cabinet 2019 में मिल सकती है जगह, जानें उनके जीवन से जुड़े अनछुए पहलू

Narendra Modi Cabinet 2019 लेखकद्वय अनिर्बान गांगुली व शिवानंद द्विवेदी ने Amit Shah के राजनीतिक सफर व संगठन विकास की सहयात्रा को बड़े ही सलीके से पुस्तक की शक्ल में परोसा है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 28 May 2019 06:34 PM (IST)Updated: Thu, 30 May 2019 12:56 PM (IST)
Amit Shah को Narendra Modi Cabinet 2019 में मिल सकती है जगह, जानें उनके जीवन से जुड़े अनछुए पहलू
Amit Shah को Narendra Modi Cabinet 2019 में मिल सकती है जगह, जानें उनके जीवन से जुड़े अनछुए पहलू

देवरिया [पवन कुमार मिश्र]। Narendra Modi Cabinet 2019: वह कैफी आजमी और साहिर लुधियानवी की शायरी के मुरीद हैं। ज्योतिष व अध्यात्म में गहरी रुचि है। खाने-पीने के शौकीन हैं। उन्हें पकौड़े पसंद हैं। नियमित डायरी भी लिखते हैं। हम बात कर रहे हैं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष Amit Shah की। उनके राजनीतिक जीवन यात्रा व व्यक्तित्व के अनछुए पहलुओं पर केंद्रित पुस्तक अमित शाह और भाजपा की यात्रा में इसका जिक्र है।

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राजनीतिक सफर को पुस्‍तक में समेटा
लेखकद्वय अनिर्बान गांगुली व शिवानंद द्विवेदी ने अमित शाह के राजनीतिक सफर व संगठन विकास की सहयात्रा को बड़े ही सलीके से पुस्तक की शक्ल में परोसा है। यह पुस्तक हिंदी के अलावा अंग्रेजी भाषा में भी प्रकाशित है। जिसे प्रकाशक ब्लूम्सबरी नई दिल्ली ने प्रकाशित किया है।

डेढ़ साल का लगा वक्‍त 
शिवानंद द्विवेदी देवरिया जिले के सजांव गांव के रहने वाले हैं। भाजपा के थिंक टैंक में सीनियर रिसर्च फेलो के तौर पर जुड़े द्विवेदी आजकल गांव आए हुए हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि पुस्तक लिखने में डेढ़ वर्ष का वक्त लगा और बीते 30 अप्रैल को इसका प्रकाशन हुआ।

अमेजन पर बिक रही पुस्‍तक
पुस्तक फिलहाल यह अमेजन पर उपलब्ध है। हिंदी में 218 और अंग्रेजी की पुस्तक में 296 पेज हैं। पुस्तक में अमित शाह के 1984 में गुजरात के नारनपुरा के एक बूथ कार्यकर्ता से 2014 में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल के अध्यक्ष बनने के सफर की दास्तान है।

यूपी विधानसभा का भी है स्पेशल जिक्र
एक अध्याय उप्र के विधानसभा चुनाव में सफलता पर केंद्रित है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में 93 हजार किमी व अध्यक्ष बनने के बाद अगस्त 2014 से सितंबर 2018 तक देशभर में सात लाख 90 हजार किमी की यात्रा की है। 13 वर्ष की उम्र में सरदार बल्लभ भाई पटेल की बेटी मणि बेन पटेल के 1977 के चुनाव प्रचार में हिस्सा भी लिया था।

राजनीतिक यात्रा में देखें हैं कई उतार चढ़ाव
शाह ने राजनीतिक यात्रा में कई उतार-चढ़ाव देखे। संघर्षो की बदौलत शीर्ष मुकाम हासिल कर भाजपा को सिरमौर बनाया। पुस्तक में संघ व भाजपा की कार्यप्रणाली, समन्वय व समय के साथ संचालन में आए बदलाव व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अहम किरदार का भी जिक्र है। अमित शाह के राजनीतिक यात्रा में पीएम मोदी अहम कड़ी हैं। वह विचारधारा को सर्वोपरि मानते हैं।

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