कर्नाटक : जयनगर विधानसभा सीट पर वोटिंग खत्म, 55 फीसद हुआ मतदान
चुनाव आयोग के मुताबिक, यहां 55 फीसद मतदान दर्ज किया गया। राजधानी बेंगलुरु की इस सीट पर वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हुई जो शाम 6 बजे तक चली।
बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक की जयनगर विधानसभा सीट पर मतदान खत्म हो गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, यहां 55 फीसद मतदान दर्ज किया गया। राजधानी बेंगलुरु की इस सीट पर वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हुई जो शाम 6 बजे तक चली। इस सीट पर प्रमुख मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। बता दें कि भाजपा नेता बीएन विजयकुमार के निधन के कारण चुनाव आयोग ने मतदान को स्थगित कर दिया था। दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने मौजूदा विधायक बीएन विजय कुमार को जयनगर सीट से उम्मीदवार उताया था, लेकिन मतदान से कुछ दिन पहले उनका निधन हो गया, जिस कारण उस वक्त इस सीट पर चुनाव नहीं हो सका।
भाजपा-कांग्रेस में कड़ी टक्कर
- जयनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने सिद्धारमैया सरकार में गृह मंत्री रहे रामालिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी को उतारा है। यहां भी विपक्षी एकता देखने को मिली और सौम्या के पक्ष में जेडीएस ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा।
- उधर भाजपा ने बीएन प्रहलाद को मैदान में उतारा है। वे दिवंगत भाजपा विधायक बीएन विजय कुमार के भाई हैं।
- वैसे तो इस सीट पर सुल 19 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे है, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है।
दिल का दौरा पड़ने से हुई थी BJP विधायक की मौत
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चार मई को भाजपा विधायक बीएन विजयकुमार की चुनाव प्रचार के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि वे तीन मई को अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार के लिए निकले थे, लेकिन प्रचार के दौरान देर शाम विजयकुमार (59) अचानक गिर पड़े, जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में कुछ घंटों तक डॉक्टरों ने उनका इलाज किया, लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका। चार मई को सुबह करीब एक बजे भाजपा विधायक की मौत हो गई।
जयनगर विधानसभा सीट पर विजयकुमार दो बार विधायक रहे चुके थे, इस बार भी भाजपा ने उनपर भरोसा जताया और उन्हें मैदान में उतारा। हालांकि जिंदगी ने उनका साथ नहीं दिया और उनकी चुनाव से पहले ही मौत हो गई।
चुनाव बाद कर्नाटक में क्या-कुछ हुआ?
बता दें, कि 12 मई के विधानसभा चुनाव के त्रिशंकु नतीजे आने के बाद जेडीएस और कांग्रेस ने गठबंधन कर लिया। हालांकि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्यपाल से मिले न्योते के बाद भाजपा ने सरकार बनाई और बीएस येद्दयुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि विश्वास मत से पहले ही 19 मई को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद 23 मई को जेडीएस के कुमारस्वामी ने कर्नाटक के सीएम पद की शपथ ली।