Move to Jagran APP

कर्नाटक के मंत्री बीसी पाटिल का आरोप- लाल किले की घटना के पीछे आतंकी, खालिस्तानी और कांग्रेस का हाथ

देश के 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के लाल किले की घटना को लेकर देश भर में कई नेताओं ने इसकी निंदा की है।कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने कहा कि इस कृत्य के पीछे आतंकवादी खालिस्तानियों और कांग्रेस का हाथ है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 09:16 AM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 09:16 AM (IST)
कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने लगाया आरोप। (फोटो: दैनिक जागरण/फाइल)

कोपाला[कर्नाटक], एएनआइ। देश के 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के लाल किले की घटना को लेकर देश के कई राज्यों में नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। कर्नाटक के मंत्री बीसी पाटिल ने लाल किले की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने मंगलवार को कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के लाल किले में किए गए कृत्य के पीछे आतंकवादी, खालिस्तानियों और कांग्रेस का हाथ है।

loksabha election banner

कर्नाटक के मंत्री बीसी पाटिल ने आगे कहा कि यह किसानों द्वारा विरोध की तरह प्रतीत नहीं हुआ। यह आतंकवादियों द्वारा किया गया एक कृत्य था। किसानों ने इतिहास में पहले कभी भी कानूनों का उल्लंघन नहीं किया है। इस कृत्य के पीछे आतंकवादी, खालिस्तानियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हाथ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नफरत करने वाले लोगों ने उन्हें अस्थिर करने का प्रयास किया। पाटिल ने कहा कि सरकार विफल रही है और निराश है। वे इस कृत्य में शामिल रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि लाल किले का अपना इतिहास है। लाल किले पर तिरंगा फहराना एक परंपरा है। एक किसान, प्रधानमंत्री बनने के बाद झंडा फहरा सकता है लेकिन आज जो उन्होंने किया है वह एक आतंकवादी गतिविधि है। ये निहित स्वार्थ कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने किसानों की आड़ में सैनिकों पर हमला किया। पुलिस पर हमला करने वाले ये लोग किसान नहीं हैं। वे कांग्रेसी और आतंकवादी हैं। सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

दिल्ली में आंदोलनकारी किसानों को आतंकवादी कहने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु के हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन में पाटिल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। किसानों के साथ हुई तीखी झड़पों के बाद मंगलवार को कुल 83 पुलिस कर्मी घायल हो गए, जिन्होंने नए खेत कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर रैली आयोजित करने के लिए पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए और शहर में घुस गए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.