कर्नाटक का नाटक: बागी MLA पर कांग्रेस का तंज, उमेश ने खुद को भाजपा को बेच दिया...
कांग्रेस विधायक डॉ. उमेश जाधव ने इस्तीफा दे दिया है। जाधव ने अपना इस्तीफा विधासभा स्पीकर को सौंप दिया है।
बेंगलुरु, जेएनएन। कर्नाटक का सियासी नाटक एक बार फिर शुरू हो गया है। कांग्रेस विधायक डॉ. उमेश जाधव ने इस्तीफा दे दिया है। जाधव ने अपना इस्तीफा विधासभा स्पीकर को सौंप दिया है। कुल 225 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में अब कांग्रेस विधायकों की संख्या 79 रह गई है।
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने कर्नाटक के सियासी घमासान पर कहा कि उमेश जाधव ने खुद को बीजेपी को बेच दिया था, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। वह स्वार्थ की वजह से कांग्रेस पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्हें धोखेबाज कहा जा सकता है।
संसद के बजट सत्र में भी कर्नाटक के जेडीएस और कांग्रेस के विधायकों की खरीद-फरोख्त का मुद्दा उठा था। लोक सभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने एक ऑडियो क्लिप का उदाहरण दिया जिसमें कथित तौर पर भाजपा नेता बीएस येद्दयुरप्पा द्वारा सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में शामिल एक विधायक को प्रलोभन देकर अपनी ओर मिलाने का आरोप लगाया गया है। इसके बाद कांग्रेस नेता सोनिया गांधी सहित विपक्षी पार्टी के सदस्यों ने सदन से वाकाउट किया। कर्नाटक से चुनकर आए खड़गे ने राज्य की स्थिति का जिक्र करते हुए दावा किया कि इस कथित ऑॅडियो क्लिप में विधान सभा अध्यक्ष और एक न्यायाधीश को भी प्रभावित करने की बात कही है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी आरोप लगाया था कि भाजपा उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रही है। कुमारस्वामी ने अपने दावे के समर्थन में एक ऑडियो क्लिप भी जारी किया था। ऑडियो क्लिप में बीएस येदियुरप्पा और जेडीएस विधायक नगनागौड़ा कांडकुर के बेटे शरना की बातचीत कर रहे हैं। इसमें येदियुरप्पा उनके पिता को 25 लाख और मंत्री पद देने का प्रस्ताव दे रहे हैं।
कुमारस्वामी के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर एक के बाद एक कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि बीएस येदियुरप्पा ने सरकार गिराने के लिए उनके विधायकों को 10 करोड़ का ऑफर दिया, इसकी जानकारी 18 विधायकों ने पार्टी को भी दी है। वेणुगोपाल ने कहा था कि येदियुरप्पा ने 12 विधायकों को मंत्री बनाने का ऑफर दिया, जबकि 6 विधायकों को विभिन्न बोर्डों में चेयरमैन बनाने का ऑफर दिया।
ये है कर्नाटक का राजनीतिक गणित
एंग्लो इंडियन समुदाय के एक नामित सदस्य समेत कर्नाटक विधानसभा की कुल सदस्य संख्या 225 है। लिहाजा बहुमत का आंकड़ा 113 का है। इसमें स्पीकर समेत कांग्रेस के 80, जदएस के 37 और भाजपा के 104 सदस्य हैं। इनके अलावा एक-एक विधायक बसपा, केपीजेपी और निर्दलीय का है। यहां भाजपा सबसे ज्यादा सीटें हासिल करने के बाद भी सरकार नहीं बना पाई। हालांकि, कांग्रेस और जेडीएस को बार ये डर सताता है कि कहीं उनके विधायकों को तोड़कर भाजपा अपनी संख्या न बढ़ा ले और सत्ता पर काबिज हो जाए।