कर्नाटक उपचुनाव: येद्दयुरप्पा के बेटे और कुमारस्वामी की पत्नी को मिली जीत
भाजपा को केवल शिमोगा लोकसभा सीट पर ही कामयाबी मिली। ये नतीजे कर्नाटक की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम माने जा रहे हैं।
बेंगलुरु, प्रेट्र। कर्नाटक में तीन लोकसभा और दो विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनावों में मतदाताओं ने सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को दीपावली का बोनस दिया है। गठबंधन ने दो लोकसभा और दोनों विधानसभा सीटें जीत ली हैं।
भाजपा के खाते में सिर्फ एक लोकसभा सीट आई है। इन परिणामों ने राज्य में गठबंधन के भविष्य को लेकर उठते रहे सवालों पर फिलहाल विराम लगा दिया है। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की पत्नी भी जीत हासिल करके विधानसभा में पहुंच गई हैं।
भाजपा को सबसे बड़ा झटका बेल्लारी लोकसभा सीट पर लगा है जहां से पार्टी 2004 के बाद से लगातार जीत हासिल करती रही है। हालांकि, पार्टी ने अपनी शिमोगा सीट बचा ली है। उपचुनावों में जीत से उत्साहित मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि वे 2019 का लोकसभा चुनाव भी भाजपा के खिलाफ साथ मिलकर लड़ेंगे।
कांग्रेस-जेडीएस की इस जीत को गठबंधन पर मतदाताओं की मुहर के रूप में देखा जा रहा है। परिणामों से गठबंधन बेहद उत्साहित है क्योंकि इन उपचुनावों को आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लोगों के रुझान का बैरोमीटर माना जा रहा था। अब 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सदस्य संख्या 120 हो गई है जबकि भाजपा के 104 सदस्य हैं।
बेल्लारी लोकसभा सीट : कांग्रेस के वीएस उग्रप्पा ने भाजपा की जे. शांता को 2.43 लाख मतों से हराया। शांता पूर्व भाजपा सांसद बी. श्रीरामुलु की बहन हैं। श्रीरामुलु को रेड्डी बंधुओं का करीबी माना जाता है। उन्होंने विधानसभा के लिए चुने जाने पर इस सीट से त्यागपत्र दे दिया था।
शिमोगा लोकसभा सीट : पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बीएस येद्दयुरप्पा के पुत्र बीवाई राघवेंद्र ने जेडीएस प्रत्याशी मधु बंगारप्पा को 52,148 मतों से पराजित किया। मधु कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एस. बंगारप्पा के पुत्र हैं। विधायक चुने जाने पर बीएस येद्दयुरप्पा ने इस सीट से त्यागपत्र दे दिया था।
मंडया लोकसभा सीट : जेडीएस प्रत्याशी एलआर शिवरामे गौड़ा ने भाजपा के सिद्दरमैया को 3.24 लाख मतों से पराजित किया। सिद्दरमैया पूर्व नौकरशाह हैं। मंडया को वोक्कालिगा समुदाय का गढ़ माना जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा इसी समुदाय के हैं। जेडीएस के सीएस पुट्टाराजू ने विधायक चुने जाने पर इस सीट से इस्तीफा दे दिया था।
रामनगर विधानसभा सीट : मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की पत्नी अनीता ने भाजपा प्रत्याशी एल. चंद्रशेखर को 1.09 लाख मतों से पराजित किया। कांग्रेस से भाजपा में आए चंद्रशेखर चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस में लौट गए थे। लिहाजा आधिकारिक रूप से वह भाजपा के प्रत्याशी थे।
उनके कांग्रेस में लौटने के बाद भाजपा ने कोई नया प्रत्याशी नहीं उतारा था। विधानसभा चुनावों में कुमारस्वामी ने इस सीट के साथ-साथ चेन्नापटना सीट से भी जीत हासिल की थी। लिहाजा उन्होंने रामनगर सीट छोड़ दी थी।
जामखांडी विधानसभा सीट : कांग्रेस प्रत्याशी आनंद न्यामगौड़ा ने भाजपा के श्रीकांत कुलकर्णी को 39,480 मतों से हराया। यह सीट आनंद के विधायक पिता सिद्दू न्यामगौड़ा की सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु के कारण रिक्त हुई थी।
जेडीएस-कांग्रेस मिलकर लड़े थे चुनाव
कर्नाटक में सत्तारूढ़ जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन ने सूबे में तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में साथ मिलकर लड़ने का ऐलान किया था। फैसले के मुताबिक कांग्रेस बेल्लारी और शिमोगा लोकसभा क्षेत्रों और जेडीएस मांड्या लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव लड़ने उतरी थी। वहीं विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस जामखंडी और जेडीएस रामनगर से चुनाव मैदान में उतरी थी।