कांग्रेस सांसद तन्खा ने अपनी ही पार्टी की सरकार को दिखाया आईना
तन्खा ने कहा कि किसानों को न्याय दिलाने के लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। बाद सीएमओ ने ट्वीट कर बताया कि प्रदेश में 25 लाख किसानों की कर्जमाफी की गई है।
नईदुनिया, भोपाल। कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने मध्य प्रदेश की अपनी ही पार्टी की सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। तन्खा ने दो ट्वीट कर कहा कि टोकन देने के बाद भी किसानों की फसल पोर्टल पर नहीं चढ़ाई जा रही है। इस कारण उन्हें फसल का भुगतान नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही किसानों के साथ न्याय नहीं हुआ तो वह सरकार के खिलाफ कोर्ट में खड़ा होने से हिचकेंगे नहीं, चाहे सरकार किसी की भी हो। बाद में दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नईदुनिया से बातचीत में तन्खा ने कहा कि किसानों को न्याय दिलाने के लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। इसके तत्काल बाद सीएमओ ने ट्वीट कर बताया कि प्रदेश में 25 लाख किसानों की कर्जमाफी की गई है, जो ऐतिहासिक है।
ये हैं तन्खा के ट्वीट
पहला ट्वीट- मध्य प्रदेश के कई जिलों में किसान परेशान हैं। उपज का टोकन प्राप्त होने के बावजूद उपज सरकारी एजेंसी के पास जमा है। फिर भी पोर्टल पर नहीं चढ़ाई जा रही है। केंद्र सरकार की वित्तीय रोक एवं चुनाव आयोग के नियमों की बात की जा रही है। ये किसान भाइयों के हक का हनन है। दूसरा ट्वीट- भारत के संविधान का अनुच्छेद 21 जो जीवनरक्षक कानून है, भारत के हर नागरिक को जीने का हक देता है। फसल का मूल्य प्राप्त करने का भी किसान को अधिकार है।
सरकार के दावों की खोल दी पोल
तन्खा ने ट्वीट कर कमलनाथ सरकार के किसान हितैषी होने के सारे दावे की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि वह जहां भी जाते हैं तो किसान फसल का मूल्य न मिलने की शिकायत करते हैं। नईदुनिया ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि कई महीनों से किसान फसल के भुगतान के लिए परेशान हैं पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। दरअसल, इस समस्या की जड़ सरकार का जस्ट इन टाइम सॉफ्टवेयर है। इस सॉफ्टवेयर की तकनीकी खराबी के कारण कई जिलों में किसानों को दो-दो बार भुगतान हो गया। इसके चलते कई किसानों का भुगतान रुका पड़ा है। मुख्य सचिव ने पुराने सिस्टम से भुगतान करने के निर्देश दिए थे, लेकिन एक प्रमुख सचिव की जिद के चलते दोनों तरह के भुगतान रुके हैं।
भाजपा ने कहा - पाखंड है कर्ज माफी
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस की कर्ज माफी सिर्फ पाखंड है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को दो लाख रुपये का कर्ज माफ करने के झूठे सपने दिखाए। अब उम्मीद पूरी न हो पाने से वह निराश हैं। सिंह ने कहा कि जबलपुर के एक किसान पर दो लाख का कर्ज था, जब माफ नहीं हुआ तो उसने आत्महत्या की कोशिश की। वही, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने ट्वीट कर कहा है कि विवेक तन्खा के विचार मप्र में कांग्रेस सरकार की पोल खोल रहे हैं। ये भाजपा के आरोप को उचित ही ठहरा रहे हैं। सच है कि पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण भी मात्र छलावा है। किसान सरकार से लगातार परेशान हैं। आचार संहिता अब बचने के लिए माकूल बहाना है। इस लोकसभा चुनाव में जनता बख्शेगी नहीं।