अमर्यादित बयान पर घिरे कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा पत्र, कही यह बात
मध्य प्रदेश उपचुनावों को लेकर जारी सियासी वार पलटवार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को चिट्ठी लिखी है। जानें उन्होंने इस पत्र में क्या बातें कही हैं...
भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश उपचुनावों को लेकर जारी सियासी वार पलटवार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को चिट्ठी लिखी है। कमल नाथ ने इसमें कहा कि डबरा की सभा में मैंने कोई असम्मानजनक टिप्पणी नहीं की लेकिन आपने झूठ परोस दिया। जिस शब्द का उल्लेख आप बार-बार कर रहे हैं, उसके कई मायने हैं, लेकिन सोच में खोट अनुसार आप और आपकी पार्टी मनमर्जी की व्याख्या कर झूठ परोस रहे हैं।
कमलनाथ ने आगे कहा है कि जनता सच्चाई जानती है कि आप अपनी कुर्सी बचाने के लिए चुनाव को वास्तविक मुद्दों से भटकाकर अनैतिक और पतित भावनात्मक राजनीति की ओर ले जा रहे हैं। मैंने अपने 40 साल के सार्वजनिक जीवन में महिलाओं का सम्मान किया है और करूंगा पर दिखावा कर आपकी तरह राजनीति कभी नहीं करूंगा। दरअसल, भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी के खिलाफ अमर्यादित बयान देकर कमलनाथ बुरी तरह घिर गए हैं। इस बयान के चलते कांग्रेस बैकफुट पर है। वहीं भाजपा ने पूरी तरह मोर्चा खोल रखा है।
भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुआई में पूरे प्रदेश में मौन व्रत रखकर कमलनाथ के अमर्यादित बयान का विरोध जताया। निर्वाचन आयोग ने भी मामले में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से डिटेल रिपोर्ट तलब की। यही नहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। वहीं दूसरी ओर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करने की गुजारिश की है।
वहीं मध्य प्रदेश के डबरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी और महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के बारे में अशोभनीय शब्द कहने पर चौतरफा घिरे कमल नाथनरम पड़े हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कोई असम्मानजनक बात नहीं कही है लेकिन कोई असम्मानित बात हुई तो खेद जताता हूं। मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं। मैंने कहा- मुझे नाम याद नहीं था। शब्द 'आइटम' लोकसभा-विधानसभा में आता है। आज कार्यक्रम में जाता हूं तो उसमें भी इसका उपयोग होता है, इसमें असम्मानित क्या है?