भारत में जापान के राजदूत ने दी नववर्ष की शुभकामनाएं कहा, दोनों देशों के बीच संबंध होंगे प्रगाढ़
भारत और जापान के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए भारत में जापानी राजदूत सातोषी ने नववर्ष की शुभकामनाएं दी। इससे पहले दोनों देशों की वायु सेनाओं ने संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण के जरिए अपने संबंधों को और मजबूत करने पर भी चर्चा की थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। नए साल के मौके पर भारत और जापान के बीच संबंध को और प्रगाढ़ बनाने का संदेश देते हुए भारत में जापान के राजदूत सातोषी सुजुकी (Satoshi Suzuki) ने शुक्रवार को नर्व वर्ष की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा, 'सभी को नए साल की शुभकामनाएं। मैं जापान-भारत द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता को फिर से दोहराना चाहता हूं और अगले चरण में हमारे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने का उद्देश्य होगा।'
कुछ दिन पहले ही जापान ने भारत को ‘एशिया का गुरुत्व केंद्र’ बताया था और बताया कि चार प्रमुख देशों की मौजूदगी वाले क्वाड समूह की दिशा में भारत से और अधिक प्रतिबद्धता दिखाने का आग्रह किया है। जापान के उप रक्षा मंत्री याशुहिदे नाकायामा ने में क्षेत्र के प्रमुख समुद्री क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये से उभरती चुनौतियों को लेकर भी चिंता जताई।
नाकायामा ने यह भी कहा कि जापान भारत को बेहद प्यार करता है। चीन की ओर से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत के साथ दिखाए जा रहे आक्रामक रवैये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जापान दोनों देशों के बीच तनाव को कम करना चाहता है। उन्होंने कहा, इन हालात से निपटने के लिए एक जैसी सोच वाले देशों का आपसी सहयोग बढ़ाना बेहद अहम है। नाकायामा ने कहा, जापान, भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया एक लोकतांत्रिक तंत्र और मुक्त व खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र की अहमियत समझते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में चारों देशों का क्वाड समूह ज्यादा मजबूत होकर उभरेगा। नाकायामा ने कहा, निजी तौर पर मैं भारत की स्थिति समझता हूं और उनसे निजी आग्रह करता हूं कि मुक्त व खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए ज्यादा प्रतिबद्धता दिखाए। हम एक मजबूत भारत चाहते हैं। भारत एशिया का गुरुत्व केंद्र है और बेहद अहम है।
गत दिसंबर माह की शुरुआत में ही जापान की एयर फोर्स के प्रमुख जनरल इजत्सू शुंजी (Izutsu Shunji) अपने भारतीय समकक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया से मिले और दोनों देशों के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। कोरोना वायरस महामारी और इसके साइड इफेक्ट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, 'पिछले साल, दुनिया ने कोराना वायरस के कारण गंभीर परिणामों को झेला। 2019 में हमने कई चुनौतियों का सामना किया।'