छत्तीसगढ़ में सीटों का समीकरण अब तक नहीं सुलझा सका जकांछ-बसपा गठबंधन
मायावती और अजीत जोगी के बीच लोस सीटों को लेकर हो चुकी है कई दौर की बातचीत।
रायपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) व बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन की सीटों का समीकरण नहीं सुलझ पा रहा है।
शुरुआत में 50-50 फीसद सीट के फार्मूले से शुरू हुई बातचीत अभी तक बेनतीजा है। बसपा प्रमुख मायावती को जन्मदिन की बधाई देने के बहाने दिल्ली जाकर अजीत जोगी उनके साथ चर्चा भी कर चुके हैं। इसके बाद भी दोनों दलों के नेताओं के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है। राज्य में लोकसभा की 11 सीटों में से कौन सी पार्टी कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी, यह तय करने का प्रयास चल रहा है।
जकांछ और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन ने विधानसभा चुनाव लड़ा था। यही फार्मूला लोकसभा चुनाव में भी अपनाने का प्रयास हो रहा है। प्रारंभिक दौर में यह संभावना जताई जा रही थी कि बसपा व जकांछ में बराबर की हिस्सेदारी होगी पर अब ऐसा नहीं लग रहा। दोनों ही दल अब इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि किस सीट पर किस दल का उम्मीदवार जिताऊ हो सकता है। उसे ही मैदान में उतारा जाए। शीर्ष क्रम की बैठक अब इस माह के अंत में होनी है। संभावना है कि सीटों के बंटवारे को उसी बैठक में मूर्त रूप दिया जाएगा। गठबंधन लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर केंद्र की राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ाना चाहता है।
सोमवार को होगी वरिष्ठ नेताओं की बैठक : जोगी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक अमित जोगी ने कहा कि बसपा शीर्ष नेतृत्व संग इस महीने के अंत में बैठक होगी और सीटों का गणित सुलझा लिया जाएगा। कहा कि सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं संग चर्चा होगी और लोकसभा चुनाव के लिए अपनी स्थिति का आकलन किया जाएगा। कार्यकर्ताओं की राय के बाद पार्टी प्रमुख अजीत जोगी मायावती संग बैठक कर सीटों का स्वरूप तय करेंगे।
हाईकमान को ही लेना है निर्णय : भारती
बसपा के प्रदेश प्रभारी मिठाई लाल भारती ने बताया कि पार्टी राज्य में कितनी सीट और किस सीट पर चुनाव लड़ेगी, इसका निर्णय हाईकमान को करना है। राज्य की रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंप दी गई है। पार्टी सभी सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रही है। गठबंधन जिस सीट पर निर्णय करेगा पार्टी वहां से प्रत्याशी उतारेगी।