जेटली ने साधा विपक्ष पर निशाना- कहा, देश को चाहिए एक निर्णायक प्रधानमंत्री
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भाजपा के विरुद्ध एकजुट होकर विपक्षी पार्टियों की महागठबंधन बनाने की कवायद पर परोक्ष कटाक्ष करते हुए जेटली ने यह बात कही।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत को स्पष्ट जनादेश के साथ एक निर्णायक प्रधानमंत्री की जरूरत है न कि एक बेमेल गठबंधन के संग घुमक्कड़ नेतृत्व की। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में सर्वाधिक तेज विकास दर वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है और वह जीडीपी की सात-साढ़े सात प्रतिशत वृद्धि दर से संतुष्ट नहीं है। देश आठ प्रतिशत विकास दर के बैरियर को तोड़ना चाहता है।
वित्त मंत्री ने गिनाई मोदी सरकार की उपलब्धियां
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को फेसबुक पोस्ट में कहा, 'अगर भारत को यह हासिल करना है तो प्रधानमंत्री कौन होना चाहिए? क्या वह व्यक्ति ऐसा होना चाहिए जिसे उसके प्रतिद्वंदी सिर्फ इस आधार पर समर्थन दे रहे हैं कि वे एक विरोधी को नापसंद करते हैं या फिर भारत को स्पष्ट जनादेश के साथ ऐसा प्रधानमंत्री चाहिए जैसा कि 2014 में मिला।' जेटली ने कहा कि ऐसा सिर्फ ऐसा प्रधानमंत्री ही विकास कर सकता है और देश की आकांक्षाओं को संतुष्ट कर सकता है।
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भाजपा के विरुद्ध एकजुट होकर विपक्षी पार्टियों की महागठबंधन बनाने की कवायद पर परोक्ष कटाक्ष करते हुए जेटली ने यह बात कही। जेटली ने यह भी कहा कि विकास सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक नेतृत्व, नीतिगत एकरूपता और एक मजबूत व स्थिर सरकार जरूरी है न कि एक बेमेल गठबंधन जिसका नेतृत्व घुमक्कड़ हो और यह कितने दिन चलेगा, उसे लेकर संदेह हो। ऐसा गठबंधन यह लक्ष्य हासिल नहीं कर सकता।
'राजनीतिक स्थिरता, निर्णायक नेतृत्व और एक स्पष्ट जनादेश: विकास से उनका संबंध' शीर्षक से लिखे ब्लॉग में जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 2014-15 से 2018-19 के बीच विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि यूपीए-1 में यह 6.9 प्रतिशत और यूपीए-2 में 6.7 प्रतिशत थी। इसी तरह महंगाई दर भी बीते पांच साल में 4.6 प्रतिशत रही जबकि यूपीए-1 में यह 5.7 प्रतिशत तथा यूपीए-2 में 10.1 प्रतिशत थी।
मोदी सरकार के समय जीडीपी का आकार भी पूर्व की तुलना में बड़ा है। इसके बावजूद मोदी सरकार की सालाना औसत विकास दर 7.3 प्रतिशत रही है। जेटली ने कहा कि गत पांच वर्षो में भारत का राजकोषीय अनुशासन भी पूर्ववर्ती अवधि की तुलना में बेहतर रहा है।
जेटली ने कहा कि मोदी सरकार जब सत्ता में आयी उस समय भारत विश्व में दसवीं बड़ी अर्थव्यवस्था था। जेटली ने कहा कि जिस तरह मोदी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वित्तीय संसाधन आवंटित किए हैं, उससे गांवों में भी एक आकांक्षी वर्ग पनप रहा है।