जयशंकर ने ईरान में बंधक बनाए गए जहाज में फंसे भारतीयों की जल्द वापसी का दिया भरोसा
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्विटर पर बताया कि वह स्टेना इंपेरो नाम के जहाज में फंसे चालक दल के 18 भारतीय सदस्यों की जल्द रिहाई पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा है कि होर्मुज स्ट्रेट ईरानी सैनिकों के हाथों बंधक बनाए गए ब्रिटिश टैंकर पर सवार 18 भारतीयों को भारत सरकार जल्द मुक्त कराने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। यह 18 भारतीय ब्रिटिश तेल टैंकर पर चालक दल के सदस्य हैं।
विदेश मंत्री जयशंकर ने शनिवार को ट्विटर पर बताया कि वह स्टेना इंपेरो नाम के जहाज में फंसे चालक दल के 18 भारतीय सदस्यों की जल्द रिहाई पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। तेहरान स्थित भारतीय दूतावास के अफसरों ने इन भारतीयों से मुलाकात की है। उनकी सेहत अच्छी है और उनके पास सभी जरूरी सामान उपलब्ध हैं। इस मसले को सुलझाने के लिए हम लगातार ईरानी प्रशासन के संपर्क में हैं।
जयशंकर ने यह ताजा जानकारी ट्विटर पर तब साझा की जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने केंद्र और विदेश मंत्रालय को बताया कि ब्रिटिश जहाज में 18 अन्य भारतीय चालक दल के सदस्यों के अलावा चेन्नई के आदित्य वासुदेवन (27) भी मौजूद थे।
पलानीस्वामी ने अपने पत्र में लिखा कि वासुदेवन उस जहाज पर बतौर थर्ड आफिसर तैनात थे। यह जहाज फुजारिया, यूएई से होता हुआ जुबेल, सऊदी अरब जा रहा था। तभी 19 जुलाई को ईरानी सेना ने होर्मुज में इस जहाज को अपने कब्जे में ले लिया था। वासुदेवन के पिता ने उसकी जल्द रिहाई के लिए तमिलनाडु सरकार से गुहार लगाई है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने हाल ही में जहाज के चालक दल के 18 भारतीय सदस्यों को काउंसलर एक्सेस दिया है।
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