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पूरा सचः जानिए MP की सड़कों पर वायरल फोटो की हकीकत

सोशल मीडिया पर जारी होने वाली किसी भी खबर, तस्वीर और वीडियो पर आंख बंद करके भरोसा न करें, भले ही वह किसी बड़े सेलेब्रिटी ने ही शेयर क्यों न की हो।

By Digpal SinghEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 12:45 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 02:59 PM (IST)
पूरा सचः जानिए MP की सड़कों पर वायरल फोटो की हकीकत
पूरा सचः जानिए MP की सड़कों पर वायरल फोटो की हकीकत

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के दफ्तर के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर यह फोटो शेयर की गई है, जो आपने अभी-अभी ऊपर देखी। चुनाव का वक्त है तो सरकार को घेरने के लिए विपक्ष तमाम मुद्दे उठाता है। इसी के तहत कांग्रेस भी राज्य की शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।

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शिवराज के राज में मध्य प्रदेश की सड़कों की हालत दिखाने के लिए ही कमलनाथ के दफ्तर की तरफ से यह तस्वीर ट्वीट की गई। अगर यह तस्वीर सही है तो सच में स्थिति चिंताजनक है, हमने आपके लिए सच ढूंढ़ने का प्रयास किया और जो सच हमें मिला वह सच में आश्चर्यचकित करने वाला है।

इस तस्वीर का सच जानने के लिए जागरण टीम ने पड़ताल शुरू की। तस्वीर को जब गूगल रिवर्स इमेज किया गया तो खबर 2016 की निकली। इस तस्वीर को इंडोनेशिया की एक वेबसाइट ने सड़कों की खस्ता हालत दिखाने के लिए 2016 में इस्तेमाल किया था।

साल 2016 में भी यही तस्वीर वायरल हुई थी। उस वक्त इस तस्वीर को बिहार का बताया गया था। राजद नेता तेजस्वी ने भाजपा समर्थकों को 'भक्त' कहकर संबोधित करते हुए स्पष्ट किया था कि यह बांग्लादेश की तस्वीर है।
उन्होंने इस तस्वीर को बिहार की छवि धूमिल करने की कोशिश करार दिया था। आज उसी तस्वीर को मध्य प्रदेश की बताकर शिवराज सरकार की तस्वीर धूमिल करने की कोशिश हो रही है।

इस तस्वीर की कहानी सिर्फ भारत तक ही नहीं रुकती। वैसे भी कहा जाता है कि एक तस्वीर 1000 शब्दों से ज्यादा बोलती है, लेकिन यह तस्वीर तो हर जगह विकास की पोल खोलती फिर रही है। इसी तस्वीर को सात सितंबर 2016 को सुमात्रा में भी इस्तेमाल किया गया।

यह तस्वीर कोरिया भी घूम आयी। कोरिया की एक वेबसाइट में इसी तस्वीर को करीब 11 महीने पहले बांग्लादेश का बताया गया। हालांकि राजद नेता तेजस्वी करीब 2 साल पहले ही इस तस्वीर को बांग्लादेश की बता चुके हैं।
जागरण की पड़ताल में साफ जाहिर होता है कि इस तस्वीर का इस्तेमाल अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग लोगों को निशाना बनाने के लिए किया गया है। हमारी पड़ताल में पता चला कि इस फोटो का इस्तेमाल गलत संदर्भ में किया गया है।

जागरण फेक न्यूज के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा और आपके सामने हर खबर की पूरी असलियत सामने लाता रहेगा।

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सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी भी ऐसी किसी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज, और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। ईमेल कर सकते हैं। वाट्सऐप्प के माध्यम से सूचना दे सकते है। 


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