Move to Jagran APP

त्रिपुरा के CM का दावा- इंटरनेट और सैटेलाइट महाभारत के समय से अस्तित्व में

त्रिपुरा के सीएम ने कहा कि यूरोपियन देश और अमेरिका ये दावा कर सकते हैं कि इंटरनेट उनका आविष्कार किया हुआ है लेकिन वास्तव में यह भारत की तकनीक है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Wed, 18 Apr 2018 10:39 AM (IST)Updated: Wed, 18 Apr 2018 01:00 PM (IST)
त्रिपुरा के CM का दावा- इंटरनेट और सैटेलाइट महाभारत के समय से अस्तित्व में
त्रिपुरा के CM का दावा- इंटरनेट और सैटेलाइट महाभारत के समय से अस्तित्व में

अगरतला (एएनआई)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने दावा किया है कि इंटरनेट और सैटेलाइट आज की नयी तकनीक नहीं है बल्कि यह महाभारत काल के जमाने से अस्तित्व में है। अगरतला में प्रगना भवन में कंप्यूटराइजेशन और सुधार पर आयोजित एक क्षेत्रीय वर्कशॉप को संबोधित करते हुए त्रिपुरा सीएम देब ने कहा कि इंटरनेट लाखों साल पहले भारत के द्वारा आविष्कार किया गया था। 

loksabha election banner

अपने बयानों पर मीडिया से घिर चुके बिप्लब ने कहा कि, संकरी मानसिकता के लोगों को इस पर विश्वास करना मुश्किल होगा। ऐसे लोग अपने देश को कम आंकना चाहते हैं और दूसरे देशों को अपने देश की तुलना में अधिक उंचा दर्जा देते हैं। सच्चाई पर विश्वास करें। गमुराह ना हों और दूसरों को गुमराह ना करें।

क्या कहा था त्रिपुरा के सीएम ने

इंटरनेट और सैटेलाइट कम्यूनिकेशन महाभारत काल में भी अस्तित्व में था। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि धृतराष्ट्र के सहयोगी संजय फिर कैसे अपने राजा को कुरुक्षेत्र में हो रही लड़ाई का पूर्ण विवरण दे पा रहे थे? इसका मतलब है कि इंटरनेट उस समय था, सैटेलाइट और तकनीक भी उस समय देश में मौजूद थे तभी ये संभव हुआ।

भाजपा नेता ने कहा कि यूरोपियन देश और अमेरिका ये दावा कर सकते हैं कि इंटरनेट उनका आविष्कार किया हुआ है लेकिन वास्तव में यह भारत की तकनीक है। उन्होंने कहा कि लाखों साल पहले भारत में इंटरनेट और सैटेलाइट अस्तित्व में था। यह भारत का सबसे रिच कल्चर है और इसपर मुझे गर्व है। यहां तक कि आज भी इंटरनेट और सॉफ्टवेयर तकनीक के मामले में हम आगे हैं। आप माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को देख सकते हैं, यह भले ही अमेरिकी कंपनी हो लेकिन इसमें काम करने वाले अधिकतर इंजीनियर भारतीय हैं।

त्रिपुरा सीएम ने कहा कि महाभारत के काल से ही भारत तकनीक के क्षेत्र में शीर्ष पर था लेकिन किसी कारणवश मध्यकाल में यह सब खत्म हो गया। लेकिन फिर से भारत ने दुनियाभर में तकनीक के क्षेत्र में अपनी वही पहचान बना ली। और इसे इस तरह साबित किया जा सकता है कि अमेरिकी कंपनियों में बड़ी संख्या में भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।

देब ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटाइजेशन को काफी अच्छे से आगे बढ़ाया है इसलिए आज देश का हर नागरिक इसका इस्तेमाल कर पा रहा है। कुमार ने आगे कहा कि हमारे प्रधानमंत्री स्वयं सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं, उन्होंने सांसदों और अन्य मुख्यमंत्रियों को भी सोशल मीडिया पर अपनी उपस्तिति दर्ज कराने को कहा है। हम प्रधानमंत्री जैसे अभिभावक पाकर अपने आपको भाग्यशाली समझते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.