करतारपुर कारीडोर पर भारत ने रखा पाकिस्तान के सामने वार्ता के लिए नई तारीख का प्रस्ताव
करतारपुर कारीडोर को नवंबर 2019 में खोलने की तैयारी है ताकि तीर्थयात्री गुरु नानक देव की 550वीं वर्षगांठ के अवसर पर करतारपुर गुरुद्वारा जा सके।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत ने करतारपुर कारीडोर पर वार्ता को आगे जारी रखने के लिए नई तारीख का प्रस्ताव पाकिस्तान सरकार के सामने रख दिया है। विदेश मंत्रालय की तरफ से पाकिस्तान विदेश मंत्रालय को भेजे गये पत्र में 11 जुलाई से 14 जुलाई के बीच पाकिस्तान सीमा में वाघा बार्डर पर वार्ता की पेशकश की गई है। अभी तक दोनो देशों के बीच तकनीकी स्तर पर तीन दौर की बातचीत हो चुकी है।
भारत में चुनाव आ जाने की वजह से बातचीत प्रभावित हो रही थी। अगर पाकिस्तान इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है तो इस बार कारीडोर से तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में स्थित करतारपुर गुरुद्वारे तक सुरक्षित व आसानी से पहुंचाने पर बातचीत की जाएगी।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इसके अलावा किस तरह की ढांचागत सुविधा दी जाएगी, इसको लेकर भी अंतिम फैसला आगामी बैठक में हो सकती है।
भारतीय कैबिनेट ने नवंबर, 2018 मे यह फैसला किया था कि तीर्थयात्रियों को सुविधाजनक तरीके से गुरुद्वारा करतारपुर साहिब तक पहुंचाने के लिए बेहतरीन ढांचागत सुविधा विकसित की जाएगी। इसके बाद पाकिस्तान सरकार की तरफ से भी इस बारे में ऐलान किया गया था कि वह भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए अपनी सीमा खोलेगा।
भारत वहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक टर्मिनल व चार लेन की बेहतरीन गुणवत्ता वाला राजमार्ग का निर्माण कर रहा है। इसका 45 फीसद काम पूरा हो चुका है। इस कारीडोर को नवंबर, 2019 में खोलने की तैयारी है ताकि तीर्थयात्री गुरु नानक देव की 550वीं वर्षगांठ के अवसर पर करतारपुर गुरुद्वारा जा सके।