भारत ने मालदीव को सौंपा निगरानी पोत, हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ेगी शांति और सुरक्षा
भारत ने बुधवार को मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) को निगरानी पोत सौंप दिया।दोनों देश हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और आपसी सुरक्षा के लिए सहयोग बढ़ाएंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत ने मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) को निगरानी पोत सौंप दिया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मुहम्मद सोलिह के बीच वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पोत सौंपा गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक करीबी मित्र होने के नाते मालदीव के विकास के लिए उसके साथ साझेदारी को लेकर भारत प्रतिबद्ध है। मोदी ने कहा कि दोनों देश हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और आपसी सुरक्षा के लिए सहयोग भी बढ़ाएंगे।
दोनों नेताओं ने द्वीप देश में चार महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। नई दिल्ली और माले में एक साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली में और मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह ने माले में कार्यक्रम में हिस्सा लिया। दोनों नेता शांति, समृद्धि और आपसी सुरक्षा तथा हिंद महासागर क्षेत्र के लिए साथ मिलकर काम करने पर राजी हुए।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार की 'पड़ोसी पहले' और माले की 'भारत पहले' नीतियों से दोनों देशों के बीच सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ़ हुए हैं। उन्होंने कहा कि आगामी वर्षो में भारत के सहयोग वाली परियोजनाओं से मालदीव के लोगों को काफी फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक करीबी मित्र होने के नाते भारत लोकतंत्र और विकास के लिए मालदीव के साथ साझेदारी को लेकर प्रतिबद्ध है। मोदी ने कहा, 'हम हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और आपसी सुरक्षा के लिए अपना सहयोग भी बढ़ाएंगे।'
निगरानी पोत 'कामयाब' के बारे में मोदी ने कहा, 'इस अत्याधुनिक पोत का निर्माण मेरे गृह राज्य गुजरात में एल एंड टी ने किया है। इससे मालदीव की समुद्री सुरक्षा बढे़गी और समुद्री अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।' सोलिह ने कहा कि इस पोत से मालदीव के तटरक्षक की क्षमता बढ़ेगी।