सैनिकों की शहादत पर राहुल गांधी के सवाल पर भाजपा का पलटवार, कांग्रेस काल में हुआ समझौता
भाजपा ने पलटवार करते हुए पूरी कांग्रेस पार्टी को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चल रहे संघर्ष पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुरुआत से ही केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहे हैं। गलवन घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद राहुल गांधी के हमले और तेज हो गए हैं, लेकिन अब भाजपा ने पलटवार करते हुए पूरी कांग्रेस पार्टी को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। भाजपा का कहना है कि इस समय राहुल गांधी को देश को गुमराह करने की राजनीति से बाज आना चाहिए।
राहुल ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर वीडियो जारी कर कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि शहीद हुए वीरों को बिना हथियार खतरे की ओर किसने भेजा और क्यों भेजा? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?' बता दें कि राहुल ने कल भी ट्वीट कर पूछा था कि लद्दाख सीमा पर क्या चल रहा है इसके बारे में केंद्र को बताना चाहिए।
इस पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने राहुल पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल को कांग्रेस काल में चीन के साथ हुए समझौतों के बारे में पढ़ने की नसीहत दे दी। संबित पात्रा ने 1996 में हुए चीन के साथ समझौते के बारे में बताते हुए कहा, 'अगर आप पढ़े लिखे नहीं है, जानकारी नहीं है। घर में बैठकर लॉकडाउन का इस्तेमाल करते हुए कुछ किताबें पढ़नी चाहिए थी। चीन के साथ कांग्रेस के शासन काल में क्या-क्या समझौते हुए थे, यह आपको पढ़ लेना चाहिए था।' उन्होंने बताया कि इस समझौते में तय किया गया था कि दोनों और से कोई गोली नहीं चलाई जाएगी, विस्फोटक का इस्तेमाल नहीं होगा और न ही हथियार के साथ सैनिक रहेंगे।
साथ ही संबित पात्रा ने कहा कि शुक्रवार को चीन मसले पर सर्वदलीय बैठक है। ऐसे में राहुल को इंतजार करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को ट्वीट कर बताना चाहिए कि उन्हें अगर पीएम, सेना पर भरोसा नहीं है, तो किस पर भोरोसा है। राहुल को अपनी प्रापगैंडा की राजनीतिक को तुरंत बंद करनी चाहिए।