भारत और चीन के बीच होगा आंतरिक सुरक्षा समझौता
चीन के जनसुरक्षा मामलों के मंत्री झाओ केझी की अक्टूबर में होने वाली भारत यात्रा में दोनों देशों के बीच समझौता होगा। यह दोनों देशों के संबंधों में नई शुरुआत होगी।
नई दिल्ली [प्रेट्र]। भारत और चीन पहली बार आंतरिक सुरक्षा सहयोग पर दस्तखत करेंगे। चीन के जनसुरक्षा मामलों के मंत्री झाओ केझी की अक्टूबर में होने वाली भारत यात्रा में दोनों देशों के बीच समझौता होगा। यह दोनों देशों के संबंधों में नई शुरुआत होगी।
चीन के जनसुरक्षा मामलों के मंत्री नई दिल्ली की अपनी यात्रा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता आंतरिक सुरक्षा के कई पहलुओं पर चर्चा करेंगे। वे संभावना तलाशेंगे कि दोनों देश किस तरह से मिलकर आंतरिक सुरक्षा में सहयोग बढ़ा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत और चीन इस्लामी आतंकवाद के खतरे से जूझ रहे हैं। चीन ने आतंकवाद पर काबू पाने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं। दोनों देश आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी खुफिया जानकारियां साझा करेंगे। व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए साथ मिलकर कार्य करेंगे।
पिछले साल हुए डोकलाम विवाद के बाद इस तरह के समझौते को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। डोकलाम में दो महीने से ज्यादा समय तक दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने जमीं रही थीं और दोनों के बीच झड़प होने की आशंका जताई जा रही थी।
इसी साल वूहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई अनौपचारिक वार्ता के बाद रिश्तों के विकास में गर्मी आई। उसी का नतीजा है कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच हॉटलाइन से जुड़ने का समझौता हुआ। अब आंतरिक सुरक्षा को लेकर दोनों देश सहयोग करेंगे।