राज्यसभा चुनाव में पुराने धुरंधरों के मुकाबले नए चेहरों ने मारी बाजी, 72 फीसद पहली बार पहुंचे उच्च सदन
राज्यसभा के 61 सीटों के द्विवार्षिक चुनाव में 72 प्रतिशत नये चेहरे संसद के उच्च सदन में पहली बार पहुंचने में कामयाब रहे हैं। जानें कौन नया चेहरा कहां से जीता चुनाव...
संजय मिश्र, नई दिल्ली। राज्यसभा के 61 सीटों के द्विवार्षिक चुनाव में गुजरात और मध्यप्रदेश में हुए सियासी उलटफेर के बीच 72 प्रतिशत नये चेहरे संसद के उच्च सदन में पहली बार पहुंचने में कामयाब रहे हैं। इन चेहरों में मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर केसी वेणुगोपाल जैसे नेता भी हैं जो अपनी सियासी जिंदगी में पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। कोरोना महामारी के कारण राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव की बची 19 सीटों के शुक्रवार को आए नतीजे के साथ सभी 61 सीटों पर चुनाव का काम पूरा हो गया।
43 लोग पहली बार पहुंचेंगे राज्य सभा
राज्यसभा के सदस्य बने इन 61 चेहरों में 43 लोग यानि 72 फीसद चेहरे पहली बार इस सदन में आए हैं। जबकि रिटायर हुए 61 सदस्यों में से केवल 12 सांसद ही फिर से वापस उच्च सदन में लौटे हैं। जबकि सात ऐसे सदस्य भी चुनकर आए हैं जो पहले भी राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। राज्यसभा में पहली बार आए इन 72 फीसद चेहरों में कांग्रेस के पुराने दिग्गज मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्यप्रदेश में कांग्रेस को झटका देकर भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया और लोकसभा के डिप्टी स्पीकर रहे अन्नाद्रमुक के नेता एम थंबी दुरई शामिल हैं। आंध्रप्रदेश विधानसभा के पूर्व स्पीकर के सुरेश रेड्डी भी पहली बार राज्यसभा में पहुंचे हैं।
ये नेता दूसरी बार पहुंचेंगे उच्च सदन
सत्ताधारी से लेकर विपक्षी पार्टियों ने इस द्विवार्षिक चुनाव में अपने 12 चुनिंदा चेहरों को ही राज्यसभा में दुबारा लौटने का मौका दिया है। इसमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए भुवनेश्वर कलिता और राजद के प्रेमचंद गुप्ता पांचवी बार राज्यसभा में पहुंचे हैं तो द्रमुक के त्रिची शिवा चौथी बार उच्च सदन में आए हैं। टीआरएस के केशव राव, विश्वजीत दैमारी और परिमल नाथवानी तीसरी बार तो कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और केटीएस तुलसी, एनसीपी के शरद पवार, आरपीआई के रामदास अठावले, जदयू के हरिवंश और रामनाथ ठाकुर लगातार दूसरी बार राज्यसभा में आए हैं।
देवेगौड़ा समेत छह चेहरे सदन पहुंचने में कामयाब
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा समेत छह ऐसे चेहरे भी इस चुनाव के जरिये सदन में पहुंचने में कामयाब रहे हैं जो पहले भी राज्यसभा के सांसद रह चुके थे। इनमें जीके वासन, दिनेश त्रिवेदी और नबाम राबिया कुछ अंतराल के बाद तीसरी बार राज्यसभा में पहुंचे हैं। जबकि देवेगौड़ा और झामुमो के शिबु सोरेन के साथ ओमकार सिंह लखावत कुछ अर्से बाद दूसरी बार राज्यसभा में लौट आए हैं। राज्यसभा के 61 सीटों के इस चुनाव के दौरान 42 लोग पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके थे और बाकी सीटों के शुक्रवार को हुए चुनाव के बाद नतीजे घोषित हुए।