अयोध्या मामला : भाजपा को उम्मीद जल्द आएगा अंतिम फैसला
सत्तारूढ़ भाजपा ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत कर जल्द अंतिम फैसले की उम्मीद जताई।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत कर जल्द अंतिम फैसले की उम्मीद जताई है जबकि कांग्रेस ने सधे शब्दों में कहा है कि सभी पक्षों को अदालत का फैसला मानना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और हिंदुत्ववादी नेता योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहुसंख्यक लोग इस मामले का जल्द समाधान चाहते हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए उसका स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि अदालत ने माना है कि मस्जिद इस्लाम का अभिन्न अंग नहीं है इसलिए अंतिम फैसला जल्द आएगा। उन्होंने मुस्लिम पक्षकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग अंतिम फैसले में देरी चाहते थे। लेकिन अब फैसला जितनी जल्दी आएगा, उतना ही अच्छा होगा।
इसी तरह केंद्रीय मंत्री व भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने भोपाल में कहा कि अयोध्या हिंदुओं का धार्मिक स्थल है, मुसलमानों का नहीं। इसलिए यह धार्मिक विश्वासों में टकराव का विषय ही नहीं है। अगर मेरा बस चले तो अयोध्या में विवादित स्थल पर कल सुबह ही राम मंदिर बनवा दूं। लेकिन मैं कानून से बंधी हूं।
रामजन्मभूमि आंदोलन में बेहद सक्रिय रहीं उमा ने कहा कि अगर दोनों पक्ष ऑउट आफ कोर्ट सेटिलमेंट कर लें तो भव्य मंदिर जल्द बनेगा। इस देश में कोई नहीं चाहता कि अब और देर हो। उन्हें खुशी है कि 29 अक्टूबर से सुनवाई शुरू होगी। उन्होंने यह भी कहा कि राममंदिर मुद्दे को चुनाव से नहीं जोड़ना चाहिए। कोर्ट का जो भी फैसला होगा, उन्हें मंजूर होगा।
राज्यसभा में भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि अब इस विषय पर बात करने की जरूरत नहीं कि यह संपत्ति किसकी है। हमें यह समझने की जरूरत है कि हिंदुओं को भगवान राम के जन्मस्थान पर पूजा करने का मूलभूत अधिकार है। इसलिए सरकार को यह हक है कि वह सरकार मस्जिदों समेत सभी संपत्तियों का अधिग्रहण कर ले।
मैं मोदी सरकार से अपील करता हूं कि वह तत्काल इस पूरी भूमि का अधिग्रहण करके उसे हिंदुओं के कुछ प्रतिनिधियों को सौंप दें। इसमें कई अखाड़े और विश्व हिंदू परिषद शामिल हैं। भाजपा नेता विनय कटियार ने भी इस मुद्दे पर संतोष जताया है।
इस बीच, कांग्रेस नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा वोट तो राम मंदिर के नाम पर लेती है लेकिन जब सत्ता में आती है तो भगवान राम को बनवास में भेज देती है। सत्तारूढ़ भाजपा इस मुद्दे को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भुनाना चाहती है।
इसीतरह भाकपा नेता डी. राजा ने कहा कि आम चुनाव से पहले कुछ पार्टियां अयोध्या के मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह भाजपा के जाल में न फंसें।