चाबहार को लेकर भारत, ईरान व अफगानिस्तान की काबुल में हुई अहम बैठक
चाबहार पोर्ट के संचालन की जिम्मेदारी जल्द ही भारतीय कंपनी को मिलने वाली है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि ईरान के साथ अपने रिश्तों को लेकर वह फिलहाल झुकने नहीं जा रहा। यह बात मंगलवार को तब और पक्की हो गई जब काबुल में भारत, ईरान और अफगानिस्तान के उप विदेश मंत्रियों की अगुवाई में एक अहम बैठक हुई। तीनों देशों ने अपने उप विदेश मंत्रियों की एक विशेष समिति गठन किया है जिसे त्रिपक्षीय सहयोग के मुद्दों की राह को आसान करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस बैठक की खासियत यह है कि इसमें चाबहार पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई है।
विदेश मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक चाबहार व अन्य आर्थिक मुद्दों के अलावा आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई व अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया अन्य मुद्दे रहे जिस पर चर्चा हुई है। इस समिति की अगली बैठक भारत में वर्ष 2019 में होगी।
काबुल में इन तीनों देशों की यह बैठक भारत व अमेरिका के बीच हुई टू प्लस टू वार्ता के चार दिनों बाद ही हुई है। भारत व अमेरिका ने तमाम मुद्दों के साथ ईरान व चाबहार पर भी बात की थी। भारत ने ईरान के साथ अपने रिश्तों को तोड़ने के अमेरिकी मांग को यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि यह उसकी ऊर्जा जरुरतों और अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए जरुरी है।
चाबहार को लेकर भारत लंबी अवधि की रणनीति ले कर आगे बढ़ रहा है। इस पोर्ट के संचालन की जिम्मेदारी जल्द ही भारतीय कंपनी को मिलने वाली है।