नागरिकता बिल पास नहीं होने पर हेमंत बिश्व सरमा ने जताई नाराजगी, कहा- यह असम की हार है
असम के वित्त मंत्री हेमंत बिश्व सरमा ने बुधवार को कहा कि राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास नहीं होना असम की हार है।
दूधनोई (असम), प्रेट्र। असम के वित्त मंत्री हेमंत बिश्व सरमा ने बुधवार को कहा कि राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास नहीं होना असम की हार है। पार्टी इसी मुद्दे के साथ राज्य में अगले लोकसभा चुनाव में उतरेगी। वहीं, राज्यसभा का सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित होने के बाद मिजोरम में छात्रों और नागरिक संगठनों ने भी नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ जारी अपने आंदोलन को खत्म कर दिया है। यह बिल राज्यसभा में पेश नहीं किया गया। अब यह बिल 3 जून को अपने आप समाप्त हो जाएगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सरमा ने कहा कि बिल पास नहीं होने से राज्य की 17 विधानसभा सीटें बांग्लादेशी मुस्लिमों के पास चली जाएंगी। उन्होंने कहा, 'असमी समुदाय की रक्षा कौन करेगा? अगर यह बिल पास नहीं हुआ तो 2021 में पूरे असम में बांग्लादेशी मुस्लिमों का राज होगा। तब असमी सभ्यता, संस्कृति और भाषा सबकुछ हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा।'
उन्होंने यह भी कहा कि राजग के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है, इसलिए नागरिकता संशोधन बिल को सदन में पेश नहीं किया गया। साथ ही यह भी दोहराया कि चुनाव बाद जब राजग फिर सत्ता में आएगा तो इस बिल को पेश किया जाएगा। वह यहां राभा होसांग स्वायत्त परिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए थे।
एनडीए की क्षेत्रीय इकाई पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के संयोजक सरमा ने कहा कि भाजपा इस बिल को लेकर प्रतिबद्ध थी और आगे भी रहेगी। वह बिल का पूरी तरह से समर्थन करते हैं और पार्टी इसी प्रतिबद्धता के साथ अगला चुनाव लड़ेगी। इसमें कुछ भी छिपाने के लिए नहीं है।