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दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति चुने गए हरिवंश, पीएम मोदी समेत दिग्‍गज नेताओं ने दी बधाई

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार एवं जदयू नेता हरिवंश को दोबारा ध्वनि मत से राज्यसभा का उपसभापति चुन लिया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 14 Sep 2020 07:34 PM (IST)Updated: Mon, 14 Sep 2020 07:49 PM (IST)
दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति चुने गए हरिवंश, पीएम मोदी समेत दिग्‍गज नेताओं ने दी बधाई

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार एवं जदयू नेता हरिवंश को दोबारा ध्वनि मत से राज्यसभा का उपसभापति (Deputy Chairman of Rajya Sabha) चुन लिया गया है। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उच्च सदन की कार्रवाई के दौरान भाजपा सदस्य जेपी नड्डा ने उपसभापति पद के लिए हरिवंश के नाम का प्रस्ताव रखा। भाजपा के ही थावरचंद गहलोत ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके बाद सदन में ध्वनिमत से हरिवंश को उपसभापति चुन लिया गया। 

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इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता हरिवंश को उनके स्थान तक ले गए। हरिवंश को दोबारा राज्यसभा का उपसभापति (Deputy Chairman of Rajya Sabha) चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राजद के मनोज झा और विभिन्न दलों के नेताओं ने उन्‍हें बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी नेताओं ने सदन चलाने की उनकी शैली की सराहना की। वहीं विपक्ष ने राजद नेता मनोज झा को उपसभापति पद के लिए अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया था। गुलाम नबी आजाद ने मनोज झा को उप सभापति निर्वाचित करने का प्रस्ताव किया था।  

सभापति एम वेंकैया नायडू ने ध्वनिमत के आधार पर हरिवंश को निर्वाचित करने की घोषणा की। हरिवंश अपने पिछले कार्यकाल में भी राज्‍यसभा के उपसभापति थे। साल 2018 में वह कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद को शिकस्‍त देकर उपसभापति चुने गए थे। हरिवंश एक बार फिर बिहार से उच्च सदन के लिए चुने गए हैं। राज्यसभा अध्‍यक्ष एम वेंकैया नायडू ने बताया कि हरिवंश को राज्यसभा का उपसभापति चुना गया है। हरिवंश के लिए माना जाता है कि वह जेपी आंदोलन से बेहद प्रभावित रहे हैं।

हरिवंश ने बीएचयू से अर्थशास्त्र में एमए और पत्रकारिता में डिप्लोमा की पढ़ाई की। 90 के दशक में वह बिहार के एक बड़े मीडिया समूह से जुड़े और वहां दो दशक से ज्यादा वक्त तक काम किया। हरिवंश बिहार से जुड़े गंभीर मसलों को प्रमुखता से उठाते रहे हैं। बाद में वह नीतीश कुमार के करीब आए। हरिवंश जेडीयू के महासचिव भी रह चुके हैं। साल 2014 में जदयू ने उन्‍हें राज्यसभा के लिए उम्‍मीदवार बनाया और संसद भेजा। हालांकि हरिवंश मूल रूप से उत्‍तर प्रदेश के बलिया जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म बलिया के सिताबदियारा गांव में हुआ था।


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