Hardik Patel: अगले हफ्ते बीजेपी में शामिल हो सकते हैं हार्दिक पटेल, चुनाव लड़ने के भी दिए संकेत
Hardik Patel to join BJP हार्दिक पटेल ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में संकेत दिया है कि वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं और चुनाव भी लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी तय करेगी कि वह किस निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
अहमदाबाद, आइएएनएस Hardik Patel to join BJP। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के संयोजक और कांग्रेस (Congress) के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल 30 मई या 31 मई को भाजपा (BJP) में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने शुक्रवार को यह संकेत दिए हैं और चुनाव लड़ने की भी बात कही है। पटेल ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में संकेत दिया है कि वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं और पार्टी तय करेगी कि वह किस निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। वहीं पार्टी सूत्रों ने बताया कि हार्दिक पटेल के भाजपा में शामिल होने पर एक भव्य शो भी होगा।
पार्टी में शामिल होने के लिए मिले दो विकल्प
जानकारी के अनुसार हार्दिक पटेल को भाजपा में शामिल होने के लिए दो विकल्प दिए गए थे। पटेल को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष की उपस्थिति में या गांधीनगर में गुजरात भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव और बीएल संतोष की उपस्थिति में भाजपा में शामिल होने को कहा गया था। हालांकि पटेल ने दूसरा विकल्प यानी गांधीनगर को चुना है। सूत्रों ने बताया कि हार्दिक और भाजपा इस दिन एक बड़ी सभा को संबोधित करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह सोमनाथ मंदिर से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक एकता यात्रा का नेतृत्व करने जा रहे हैं।
18 मई को कांग्रेस से दिया इस्तीफा
बता दें कि हार्दिक ने 18 मई को ही कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के साथ-साथ प्राथमिक सदस्य के रूप में इस्तीफा दिया है। तब से अटकलें तेज थीं कि वह भाजपा में शामिल होंगे। एक दिन बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मीडिया से कहा था कि वह शुक्रवार को अपने फैसले की घोषणा करेंगे।
इस्तीफे के बाद से कांग्रेस पर कर रहे हमला
जिस दिन से हार्दिक ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, वह पार्टी पर लगातार हमला करते हुए दिख रहे हैं। पटेल ने कांग्रेस को पाटीदार और गुजरात विरोधी भी बताया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं की कार्रवाई भी गुजरात विरोधी है। बता दें कि हार्दिक पटेल गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा और जीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी को खास तौर से निशाना बनाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये नेता लोगों की भावनाओं का सम्मान नहीं कर रहे हैं।