नोटबंदी न होती तो डूब जाती अर्थव्यवस्था : एस गुरुमूर्ति
आरबीआइ के बोर्ड सदस्य एस गुरुमूर्ति ने गुरुवार को कहा कि नोटबंदी न होती तो अर्थव्यवस्था डूब जाती।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के बोर्ड सदस्य एस गुरुमूर्ति ने गुरुवार को कहा कि नोटबंदी न होती तो अर्थव्यवस्था डूब जाती, क्योंकि 500 रुपये और 1,000 रुपये के बड़े नोटों का उपयोग रियल एस्टेट और सोने की खरीदारी में हो रहा था। उन्होंने विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में एक व्याख्यान में कहा कि नोटबंदी नहीं होती तो हमारे देश में भी वही होता, जो सब-प्राइम लेंडिंग के कारण 2008 में अमेरिका में हुआ था।
आरबीआइ के 9.6 लाख करोड़ रुपये के रिजर्व की कटौती को वाजिब ठहराते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी केंद्रीय बैंक इतना अधिक सरप्लस नहीं रखता है। आपने 42-45 पर डॉलर खरीदा, अब वह 70 पर है। डॉलर के मूल्य में जो बढ़ोतरी हुई है, वहीं रिजर्व बैंक रिजर्व है।
आप यह नहीं कह सकते कि मूल्य बढ़ गया है, अब इसे मेरे हवाले कर दो। उन्होंने कहा कि उनके खयाल से सरकार सिर्फ यह नीति बनाना चाहती है कि रिजर्व बैंक को कम से कम कितना रिजर्व निश्चित रूप से रखना चाहिए।
स्वायत्तता पर बजाज ने किया उर्जित पटेल का समर्थन
मुंबई : रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर गवर्नर उर्जित पटेल का पक्ष लेते हुए दिग्गज उद्योगपति राहुल बजाज ने गुरुवार को कहा कि सरकार को धारा-7 के जरिए रिजर्व बैंक पर अपना फैसला नहीं थोपना चाहिए। उन्होंने सालाना जमनालाल बजाज पुरस्कार समारोह के बाद कहा कि यदि धारा-7 का इस्तेमाल किया जाता है, तो पटेल के सामने इस्तीफा देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचेगा।
महिंद्रा के पवन गोयनका ने केंद्र की नीतियों की तारीफ की
बंगलुरु : महिंद्रा इलेक्ट्रिक के चेयरमैन पवन गोयनका ने केंद्र सरकार की नीतियों की सराहना की। उन्होंने कंपनी के पहले इलेक्टि्रक टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग हब के उद्घाटन के बाद कहा कि मेक इन इंडिया के कारण मैन्युफैक्चरिंग में काफी निवेश हुआ है। जीएसटी के बारे में उन्होंने कहा कि इससे कारोबारी सुगमता बढ़ी है।