पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा, साजिश के तहत की जा रही मेरी जासूसी
जिस तरह से राज्यपाल मुख्यमंत्री के आरोपों पर पलटवार कर रहे हैं उससे यह लगता है कि वह राज्यपाल नहीं बल्कि किसी सियासी दल के नेता हैं।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फोन टैपिंग के आरोप पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा है कि उनके पास क्या सुबूत है यह तो वहीं जानें। कहा, राज्य के व्यवसायी, सियासी नेताओं के साथ ही बड़े अधिकारियों ने मुझे बताया कि साजिश के तहत मेरी जासूसी की जा रही है। यह मेरी निजता का हनन है।
राज्यपाल के बयान पर शिक्षा मंत्री का पलटवार
धनखड़ ने कहा कि बंगाल पहला ऐसा राज्य है, जहां राज्यपाल को दीपावली पर मुख्यमंत्री शुभकामनाएं नहीं देतीं और न ही सरकारी समारोहों में उन्हें बुलाया जाता है। वहीं राज्यपाल की टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि जिस तरह से राज्यपाल मुख्यमंत्री के आरोपों पर पलटवार कर रहे हैं, उससे यह लगता है कि वह राज्यपाल नहीं, बल्कि किसी सियासी दल के नेता हैं। उन्हें उन अधिकारियों के नामों की भी जानकारी देनी चाहिए, जिन्होंने उनसे उनकी निजता के हनन की बात कही है।
यह है मामला
शनिवार को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि उनका फोन टैप किया गया और उनके पास इस आरोप को साबित करने को पुख्ता सुबूत भी है। हालांकि, यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस मामले को केंद्र के सामने उठाएंगी? उन्होंने कहा कि वहां उठाने के लिए क्या है? सरकार को तो पता है। सरकार ने ही तो कराया है।
ममता का आरोप
ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र के साथ ही अन्य दो राज्यों ने भी उनका फोन टैप कराया है। जिसमें से एक भाजपा शासित राज्य है। हालांकि, उन्होंने राज्यों के नाम नहीं बताए। इससे पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ने वाट्सएप के माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ताओं व पत्रकारों की जासूसी के लिए इजरायली सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था।