विपक्ष ही नहीं सरकार भी बजट सत्र ना चलने के लिए जिम्मेदार: कुरियन
कुरियन ने शुक्रवार को एएनआई से बात करते हुए बताया कि बजट सत्र के धुलने के लिए सरकार और विपक्ष दोनों ही जिम्मेदार है।
नई दिल्ली, एएनआई। संसद के बजट सत्र के दोनों सदनों में इस बार ना के बराबर काम हुआ है। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों के लगातार हंगामे के चलते दोनों सदनों का हाल एक जैसा ही रहा। संसद में काम ना होने को लेकर विपक्षी दल सरकार पर आरोप लगा रही है तो सरकार इसके लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार बता रही है। लेकिन, वहीं राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन इसके लिए दोनों को जिम्मेदार मानते हैं। कुरियन ने शुक्रवार को एएनआई से बात करते हुए बताया कि बजट सत्र के धुलने के लिए सरकार और विपक्ष दोनों ही जिम्मेदार है। कुरियन ने कहा 'ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए सभी जिम्मेदार हैं।' उपसभापति के अनुसार, संसद सत्र के कामकाज में व्यर्थता अच्छी बात नहीं है और ये असंसदीय है।
उन्होंने कहा 'दुर्भाग्य से, कुछ राजनीतिक दलों और सांसदों का मानना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है। चाहे उनकी शिकायतें वास्तविक नहीं हैं या नहीं, उन्हें संसद को बाधित करना चाहिए, जो बहुत निराशाजनक है। संसद का ना चलना राष्ट्र का नुकसान है ना कि सत्ताधारी दल का।' कुरियन ने विपक्षी दलों के बारे में कहा 'वे सरकार को गलत साबित करना चाहते हैं। दुर्भाग्य से, जब उनकी मांगों और अनुरोध को स्वीकार नहीं किया जाता वे संसद को बाधित करते हैं।'
गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में साल 2018-19 के लिए 24 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। लेकिन, बजट सत्र बहस के बजाय सांसदों के शोर-शराबे और हंगामे गी भेंट चढ़ गया।