निर्भया के दोषियों को फांसी के आदेश पर जीके रेड्डी, केजरीवाल और कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा
निर्भया कांड के चार दोषियों को पटियाला हाउस कोर्ट ने 22 जनवरी 2020 को सुबह 7 बजे फांसी देने का आदेश दिया है।
नई दिल्ली, एजेंसी। निर्भया कांड के चार दोषियों को पटियाला हाउस कोर्ट ने 22 जनवरी, 2020 को सुबह 7 बजे फांसी देने का आदेश दिया है। इसके लिए पटियाला हाउस ने डेथ वारंट जारी किया है। इसके बाद केंद्र सरकार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी।
ऐसे अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जीके रेड्डी ने कहा कि न्याय के लिए लोगों का इंतजार आज खत्म हुआ। यह केवल दोषियों को फांसी देने के बारे में नहीं है, बल्कि यह फैसला दिखाता है कि ऐसे अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस होना चाहिए। फैसले को जल्द से जल्द सुनाया जाना चाहिए। फैसले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले लोग इस फैसले से सीखेंगे। ऐसे लोगों को नहीं बख्शा जाएगा।
फैसले का स्वागत, न्यायिक प्रक्रिया में देरी पर सवाल
उधर, कांग्रेस ने मंगलवार को चार निर्भया कांड के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे उनके परिवार और देश को शांति मिलेगी, लेकिन न्याय को हासिल करने में देरी पर चिंता जताई। कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि निर्भया को न्याय मिला है। निर्भया जैसे ओपन ऐंड शट केस में अगर न्याय मिलने में 7 साल का समय लग सकता है तो ऐसे फैसलों में क्या होता होगा जहां सबूत स्पष्ट नहीं होते? यह राजनीतिक वर्ग और कानूनी समुदाय को आत्मनिरीक्षण का आह्वान करता है कि आखिर समस्या कहां है और क्यों न्याय मिलने में इतना लंबा समय लगता है।
न्याय की जीत
उधर, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह न्याय की जीत है। दोषियों को फांसी दिलाने के लिए सात साल लंबी लड़ाई लड़ने के लिए वह निर्भया के परिजनों को सलाम करती हैं।