वसुंधरा का बंगला खाली नहीं कराएगी गहलोत सरकार, हाई कोर्ट में रखा अपना पक्ष, नियमों में होगा संशोधन
पूर्व सीएम जगन्नाथ पहाडि़या को सरकारी घर खाली करने के लिए 15 दिन का नोटिस दिया गया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का बंगला खाली नहीं कराएगी। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग के नियमों में संशोधन किया जाएगा।
वसुंधरा को सरकारी आवास विधायक के नाते मिलेगा, पहाडि़या को छोड़ना होगा सरकारी घर
राज्य के महाधिवक्ता ने सोमवार को उच्च न्यायालय में बताया कि वसुंधरा राजे ने सरकारी गाड़ी और अन्य सुविधाएं वापस कर दी हैं। अब जिस सरकारी आवास में वह रह रही हैं, वह उन्हें वरिष्ठ विधायक के नाते दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व सीएम जगन्नाथ पहाडि़या को सरकारी घर खाली करने के लिए 15 दिन का नोटिस दिया गया है।
हाई कोर्ट में गहलोत सरकार ने रखा अपना पक्ष
गौरतलब है कि तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री को सरकारी बंगला, गाड़ी एवं अन्य सुविधाएं देने को लेकर विधानसभा में विधेयक पारित कराया था। एक याचिका की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने सितंबर 2019 में इसे असंवैधानिक करार देते हुए रद कर दिया था। इस पर सरकार सुप्रीम कोर्ट गई तो वहां से उच्च न्यायालय में ही अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया। इस पर सोमवार को सरकार ने अपना पक्ष रखा। महाधिवक्ता ने वरिष्ठ विधायकों को बड़ा सरकारी आवास उपलब्ध कराने के लिए नए नियम बनाने की बात कही। वसुंधरा राजे वर्तमान में विधायक हैं।
प्रदेश सरकार आगामी विधानसभा सत्र में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव लाएगी
प्रदेश सरकार आगामी विधानसभा सत्र में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव लाएगी। केंद्र सरकार पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी है। उनके नेता गली-गली घूमकर मिस कॉल करवा रहे हैं। सीएए को पूर्ण रूप से भेदभाव पूर्ण बताते हुए अशोक गहलोत ने सवाल पूछा कि आखिर ऐसी क्या नोबत आ गयी कि सरकार के नुमाइंदे अब इस कानून के समर्थन में गली गली घूम रहे हैं। अशोक गहलोत अपने अल्प समय के दौरे पर जोधपुर आये थे।
नए-नए मंत्री बने शेखावत पर टिप्पणी करना सही नहीं: गहलोत
हाल ही में जोधपुर दौरे पर आए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के सरकार के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के बयान पर पूछे सवाल पर गहलोत ने कहा कि गजेंद्र सिंह अभी नए-नए मंत्री बने हैं, इसलिए जोश में हैं। इस पर टिप्पणी करना सही नहीं है। बेहतर है की वह ऐसा काम करें जिससे कि जोधपुर का भला हो और जोधपुर का विकास हो सके।