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गडकरी ने कहा- 100 दिनों में पूरी करेंगे अटकी राजमार्ग परियोजनाएं

गडकरी ने कहा कि उन्होंने नया मोटर बिल लाने का प्रयास भी किया लेकिन न तो उसे आगे बढ़ा सके और न मौजूदा मोटर एक्ट में संशोधन करा सके।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 05 Jun 2019 10:03 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jun 2019 10:03 PM (IST)
गडकरी ने कहा- 100 दिनों में पूरी करेंगे अटकी राजमार्ग परियोजनाएं
गडकरी ने कहा- 100 दिनों में पूरी करेंगे अटकी राजमार्ग परियोजनाएं

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की अपनी दूसरी पारी में मंत्री नितिन गडकरी का इरादा 15 लाख करोड़ रुपये का निवेश कराने का है। अगले सौ दिनों में उनका लक्ष्य लंबित सड़क परियोजनाओं को पूरा कराने पर रहेगा। इनमें दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे शामिल है। उन्होंने Airstrip [एयरस्टि्प] के तौर पर विकसित की जा रही सीमावर्ती सड़कों को भी शीघ्र पूरा कराने तथा ग्रीन हाईवे प्रोग्राम के तहत राजमार्गो के दोनो ओर वृक्षारोपण के अभियान को तेज करने का वादा किया है।

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हादसों पर अंकुश लगाने के लिए गडकरी का इरादा मोटर बिल को जल्द ही संसद में फिर से पेश करने का है। इसके अलावा उन्होंने राज्यों में पहचाने गए 8,000 नए 'एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट' को दुरुस्त कराने का वादा भी किया है।

दुबारा सड़क मंत्रालय का जिम्मा मिलने से खुश गडकरी ने इस बार अधूरे कार्यो को पूरा करने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि 2014 में जब उन्होंने मंत्रालय का प्रभार लिया था तो उस वक्त कोई कंपनी सड़क क्षेत्र में पैसा लगाने की तैयार नहीं थी। बैंकों के हाथ खड़े कर देने के कारण 400 से ज्यादा राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं अटकी हुई थीं, लेकिन उनके अथक प्रयासों की वजह से इनकी संख्या घटकर करीब 25 रह गई है। गडकरी ने कहा कि अब इन्हें अगले 100 दिनों के भीतर पूरा कराने का लक्ष्य रहेगा।

सड़क निर्माण की रफ्तार को 40 किलोमीटर प्रतिदिन करने के अपने पुराने वादे को दोहराते हुए गडकरी ने कहा, 'यह संभव है क्योंकि सड़क निर्माण की रफ्तार लगभग 32 किमी प्रतिदिन पर पहुंचने वाली है। इससे भी बड़ी बात ये है कि पांच वर्षो में सड़क निर्माण की रफ्तार पांच गुना बढ़ने और 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होने के बावजूद उनके मंत्रालय में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ।'

सड़क निर्माण के नए अभियान के अंतर्गत गडकरी का इरादा अगले पांच वर्षो में 15 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का है। इसके लिए चालू वर्ष में 3,000 किमी राष्ट्रीय राजमार्गो के ठेके आवंटित कराने तथा धार्मिक स्थलों से संबंधित पर्वतीय सड़कों को पूरा कराने की योजना है। इनमें केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को जोड़ने वाली चारधाम सड़क संपर्क परियोजना शामिल है, जिसके इसी वर्ष दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। जबकि पिथौरागढ़ से होकर जाने वाला कैलास मानसरोवर मार्ग अगले वर्ष मार्च तक पूरा हो जाएगा।

गडकरी ने माना कि सड़क निर्माण में बड़ी सफलता के बावजूद वे सड़क हादसों पर अंकुश लगाने में कामयाब नहीं हो सके। हालांकि उनके मंत्रालय ने पिछले कार्यकाल के दौरान न केवल देशभर में राष्ट्रीय राजमार्गो पर दुर्घटना-बहुल स्थानों (एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट) की पहचान कराई और उन्हें दुरुस्त कराने के लिए अभियान चलाया।

उन्होंने कहा, 'पिछली बार हमने 704 ब्लैक स्पॉट की पहचान की थी। जबकि इस बार 8,000 नए ब्लैक स्पॉट की पहचान की जाएगी और उन्हें सुधारकर सुरक्षित बनाने के लिए कार्य किया जाएगा।'

गडकरी ने कहा कि उन्होंने नया मोटर बिल लाने का प्रयास भी किया, लेकिन न तो उसे आगे बढ़ा सके और न मौजूदा मोटर एक्ट में संशोधन करा सके। इसके लिए उन्होंने विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया जिसने लोकसभा में पारित होने के बावजूद राज्यसभा में बिल को पास नहीं होने दिया। अब नई पारी में वे इस बिल को दोबारा संसद में पेश करेंगे तथा यथासंभव पारित कराने का भी प्रयास करेंगे।

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