Pranab mukherjee latest Update: पूर्व राष्ट्रपति की तबीयत में नहीं कोई सुधार, वेंटिलेटर पर ही हो रहा इलाज
प्रणब मुखर्जी की तबीयत में अभी भी किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है। वह अभी भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर बने हुए हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तबीयत में पिछले कई दिनों से किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हैं। वह अभी भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर ही बने हुए हैं। उनका अभी भी लंग्स इन्फेक्शन के लिए इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में उनकी देखरेख कर रही उनकी टीम का कहना है कि प्रणब मुखर्जी की तबीयत में कोई सुधार नहीं है उनकी स्थिति पहले जैसी ही बनी हुई है।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गहरे कोमा में और वेंटिलेटर समर्थन पर बने हुए हैं। उनका इलाज फेफड़े के संक्रमण और गुर्दे के लिए किया जा रहा है। वह हेमोडायनामिक रूप से स्थिर है। जानकारी के लिए बता दें कि 10 अगस्त से प्रणब मुखर्जी अस्पताल में भर्ती हैं। तबीयत खराब होने के कारण उनके मस्तिष्क की सर्जरी करनी पड़ी थी। दरअसल, उनके मस्तिष्क में एक खून का थकाक था। इसी के लिए उनकी सर्जरी की गई है। इसी दौरान उनका कोरोना वायरस टेस्ट भी किया गया जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद उन्हें फेफड़ों का संक्रमण हो गया। अब उसके लिए उनका इलाज किया जा रहा है।
चलिए तो हम आपको बताते है आखिर फेफड़ों का इन्फेक्शन और इसके लक्षण क्या है।
लंग इन्फेक्शन यहा करें फेफड़ों में संक्रमण फेफड़ों में हवा की छोटी-छोटी थैलियों में भी हो सकता है,ऐसी स्थिति को निमोनिया कहा जाता है। इसके अलावा संक्रमण फेफड़ों के बड़े श्वसनमार्गों में भी हो सकता है, जिसे ब्रोंकाइटिस कहते हैं।
लंग इन्फेक्शन के लक्षण
- खांसी यदि आपको खांसी के साथ ज्यादा बलगम आ रहा है तो आपको इसकी जांच करानी चाहिए क्योंकि ये लंग इन्फेक्शन के कारण हो सकते हैं। इस दौरान बलगम का रंग भी बदला हुआ होता है।
- सांसे तेज होना या फिर सांस फूलना
- तेज बुखार और छींक आना
- मासपेशियों और सिर में दर्द
- नाक बहना और नाक बंद होना
- हृदय की धड़कनें तेज होना, घबराहट होना
- गले में दर्द
ये कुछ लक्षण यदि आपको दिखाई देते हैं तो आपको डॉक्टर ले सलाह लेनी चाहिए।