नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व विधायक को दुबई जाने से रोका गया, एयरपोर्ट में हुई तीन घंटे पूछताछ
पहलगाम विधानसभा सीट से विधायक रह चुके वानी ने बताया कि गुरुवार दोपहर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा था। इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचने के बाद उन्हें इस बहाने एक कमरे में ले जाया गया कि उनके पासपोर्ट में कुछ गलतियां थी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक नेता को दुबई जाने से रोक दिया गया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जम्मू-कश्मीर के 33 राजनेताओं का नाम एक सूची में रखा गया है जो कि विदेश यात्रा नहीं कर सकते हैं। जिसके परिणामस्वरूप नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व विधायक अल्ताफ अहमद वानी को शुक्रवार को दुबई जाने के लिए उड़ान भरने से रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के नाम इस सूची में नहीं हैं, जिनमें ज्यादातर पूर्व विधायक और विभिन्न राजनीतिक दलों के पूर्व मंत्री ही हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व विधायक ने कहा कि गुरुवार शाम को उन्हें दुबई जाने वाली फ्लाइट में सवार होने से रोक दिया गया था, जहां वे दुबई में एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे।
पहलगाम विधानसभा सीट से विधायक रह चुके वानी ने बताया कि गुरुवार दोपहर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा था। इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचने के बाद उन्हें इस बहाने एक कमरे में ले जाया गया कि उनके पासपोर्ट में कुछ गलतियां थी।
वानी ने आगे बताया कि लगभग तीन घंटे तक हुई पूछताछ में इस बात की कोई स्पष्टता नहीं थी कि उन्हें क्यों रोका जा रहा है। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार को दुबई जाने के लिए प्रोत्साहित किया और इमिग्रेशन के अधिकारियों से उन्हें छोड़े जाने और दुबई जाने का अनुरोध किया पर वो नहीं जा सके।
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू किए जाने के बाद 37 नेताओं की हवाई यात्रा की गई बैन
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने पिछले अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से करीब 37 लोगों की सूची बनाई है। 5 अगस्त 2019 को ही जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किया गया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था। विदेशी यात्रा में बैन किए गए सूची में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, जेके पीपल्स कॉन्फ्रेंस के नेताओं के नाम शामिल हैं।