MP Political Crisis: मध्य प्रदेश विधानसभा में आज होना है फ्लोर टेस्ट, जानिए क्या है संभावनाएं
MP Political Crisis भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी लगातार मुख्यमंत्री कमल नाथ के संपर्क में हैं इसलिए माना जा सकता है कि वे मतदान में सरकार के साथ रहेंगे।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश विधानसभा में मचे सियासी बवाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है की शुक्रवार यानी आज शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराया जाए। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि हम विधायकों की खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट कराना चाहते हैं। इसके बाद से मध्य प्रदेश की सियासत में जोड़-तोड़ का गणित बैठाना शुरू हो गया है।
मप्र विस में दलीय स्थिति
कुल सदस्य संख्या- 230 रिक्त स्थान- आठ (छह कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद) प्रभावी सदस्य संख्या- 222 कांग्रेस- 92 कांग्रेस के बागी विधायक- 16 भाजपा- 107 निर्दलीय- चार बसपा- दो सपा- एक
16 बागी गैर हाजिर रहे तो
1. कांग्रेस के 16 बागी विधायक बेंगलुर में हैं और कमल नाथ सरकार के साथ नहीं होने का साफ संदेश दे रहे हैं। यदि ये विधायक शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत के दौरान गैर हाजिर रहते हैं तो कांग्रेस विधायकों की संख्या 108 से घटकर 92 रह जाएगी।
2. 16 विधायकों की गैर मौजूदगी में सदन की प्रभावी सदस्य संख्या 206 होगी। ऐसे में बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 104 विधायकों का समर्थन का होगा।
3. भाजपा के पास 106 (नारायण त्रिपाठी को छोड़कर) विधायक हैं, इसलिए सरकार के परास्त होने और भाजपा सरकार बनना तय है।
कांग्रेस के खिलाफ मतदान किया तो
यदि कांग्रेस के बागी 16 विधायक सदन में मौजूद रहते हैं और सरकार के खिलाफ मतदान करते हैं तो उनकी सदस्यता चली जाएगी।
अन्य का समर्थन जारी रहा तो
निर्दलीय, बसपा और सपा के सात विधायकों का समर्थन कमल नाथ सरकार को बरकरार रहता है तो सदस्य संख्या 99 होगी।
त्रिपाठी कांग्रेस के साथ रहे तो
1. भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी लगातार मुख्यमंत्री कमल नाथ के संपर्क में हैं, इसलिए माना जा सकता है कि वे मतदान में सरकार के साथ रहेंगे। ऐसे में सरकार के पास विधायकों की संख्या 100 हो जाएगी।
2. कमल नाथ सरकार को बहुमत साबित करने के लिए भाजपा के नारायाण त्रिपाठी के अलावा चार अन्य विधायकों के समर्थन की दरकार रहेगी।
हो चुके हैं व्हिप जारी
-भाजपा व्हिप जारी कर चुकी है। ऐसी सूरत में पार्टी लाइन के विपरीत तदान करने वाले विधायकों की सदस्यता जा सकती है।
- कांग्रेस विधायक दल की ओर से भी व्हिप जारी किया जा चुका है। पार्टी निर्णय के बाहर जाने पर विधायकों की सदस्यता जा सकती है।
- समाजवादी पार्टी ने भी अपने एक मात्र विधायक राजेश शुक्ला को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिए व्हिप जारी किया है।
स्पीकर कर सकते हैं इस्तीफे मंजूर
एक संभावना यह है कि विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति सदन में कांग्रेस के सभी 16 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने की घोषणा कर सकते हैं।